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‘1800 रूपये बरामद कर सीबीआई मुझ जैसे अंतर्राष्ट्रीय इंजीनियर को कह रही है भ्रष्ट’

नई दिल्ली। आय से अधिक सम्पति के मामले में सीबीआई जाँच का सामना कर रहे आईआईटी गोवा के निदेशक बी के मिश्रा ने कहा है कि मुझ पर सीबीआई की कार्रवाई के बाद भारत में किसी भी प्रमुख संस्थान का कोई भी निदेशक अपने सहयोगियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं करेगा।

मिश्रा ने इस साल मार्च तक इंस्टीट्यूट ऑफ मिनरल्स एंड मटेरियल टेक्नोलॉजी (आईएमएमटी), भुवनेश्वर में निदेशक के रूप में सेवा की थी। मिश्रा ने कहा कि ‘मुझपर सीबीआई की कार्रवाई के पीछे एक पूर्व असंतुष्ट जूनियर इंजीनियर और उनके सहयोगियों के समूह का हाथ है, जो एक संगठित अभियान के तहत उन्हें फंसा रहे हैं’।

सीबीआई ने मेरे घर बरामद किये मात्र 1800 रूपये  

एक अख़बार से बातचीत में आईआईटी गोवा के निदेशक मिश्रा ने कहा कि मेरे घर से 1820 रूपये बरामद कर सीबीआई मुझ जैसे अंतर्राष्ट्रीय इंजीनियर को भ्रष्ट कह रही है। उन्होंने कहा कि मेरे साथियों ने मुझे सीबीआई में झूठी शिकायत करके फंसाया है।

गौरतलब है कि सीबीआई ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-गोवा के निदेशक बी के मिश्रा के खिलाफ कथित तौर पर उनकी आय से ज्ञात स्रोतों से 1.14 करोड़ रूपये से अधिक की संपाि के मामले में केस दर्ज किया है।

सीबीआई का आरोप है कि आईआईटी के निदेशक बनने से पहले मिश्रा इंस्टीट्यूट ऑफ मिनरल्स एंड मेटेरियल्स टेक्नोलॉजी-भुवनेर के निदेशक रहते हुए 2006 से 2016 के बीच करीब 2.15 करोड़ रूपये की सम्पति बनाई।

मैंने अधिकारियों पर की थी अनुशासनात्मक कार्रवाई 

मिश्रा का कहना है कि आईएमएमटी में रहकर मैंने कई अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। आईआईटी निदेशक मिश्रा का कहना है कि ‘मेरे खिलाफ आरोप है कि मैंने 1.40 करोड़ की सम्पति बनाई है, उन्होंने कहा इतना पैसा तो इंजीनियर की हैसियत से मैं यूएसए में 6 महीने में कमा लेता था।

मिश्रा ने कहा कि मैं और मेरी पत्नी ने कई सालों तक यूएसए में शीर्ष पदों पर काम किया, क्या हम दोनों मिलकर भी एक करोड़ की सम्पति नहीं जुटा सकते। उन्होंने कहा कि भारत में आईआईटी संस्थानों को बेहतर बनाने की जगह अच्छा होता कि हम यूएसए से लौटते ही नहीं। मिश्रा कहते हैं मैंने पीएम को भी लिखा लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

वहीँ सीबीआई की एफआईआर में कहा गया है कि जांच अवधि की शुरुआत (1 अप्रैल 2006) में उनकी कुल चल और अचल सम्पति उनके और उनकी पत्नी के नाम पर 3.79 लाख रूपये थी। इसमें आगे कहा गया कि हालांकि 31 अगस्त 2016 को उनकी संपाि बढ़कर 2.19 करोड़ रूपये हो गई। सीबीआई का आरोप है कि इस दौरान मिश्रा की विभिन्न स्रोतों से कुल आय 2.32 करोड़ रूपये थी। इसमें उनकी पत्नी की कमाई भी शामिल थी।