Breaking News

हवाला के जरिए भारत से बाहर भेजा जा रहा है काला धन

b-moneyमुंबई। बंद हो चुके करंसी नोटों के रूप में रखे गए भारतीय काले धन का काफी हिस्सा हवाला और दूसरे तरीकों से भारत से बाहर जा रहा है। बड़ी मात्रा में काला धन रखने वाले इन पुराने करंसी नोटों से गोल्ड खरीद रहे हैं और फिर हवाला ऑपरेटरों की मदद से उतनी ही रकम भारत से बाहर भेज रहे हैं।

मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया, ‘इंडिया में हवाला ऑपरेटर को गोल्ड में भुगतान किया जा रहा है। उतनी ही रकम भारत से बाहर मौजूद दोस्तों या रिश्तेदारों को लोकल करंसी में पहुंचाई जा रही है। यह तरीका वे अपना रहे हैं, जिनके पास कम से कम 40-50 करोड़ रुपये की ब्लैक मनी है।

पिछले सप्ताह इनकम टैक्स विभाग ने मुंबई और नई दिल्ली में कुछ जूलरी शॉप्स पर छापा मारा था। सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान टैक्स अधिकारियों को हो सकता है कि ब्लैम मनी को गोल्ड में बदलने और फिर ऐसी रकम को भारत से बाहर भेजने के इस रैकिट का पता चला हो। हो सकता है कि आने वाले हफ्तों में जांचकर्ता इस दिशा में आगे बढ़ें।
कई ऑपरेटर काला धन रखने वालों की मदद इस तरीके से कर रहे हैं। जूलर्स और हवाला ऑपरेटर इसके लिए कमिशन ले रहे हैं। एक सूत्र ने बताया, ‘इंडिया में मौजूद ऐसी 70-80 पर्सेंट नकदी को दूसरे देशों में ट्रांसफर किया जा सकता है। गोल्ड को ऊंची कीमत पर खरीदा जाता है। एजेंट्स और हवाला ऑपरेटर ऐसे हर ट्रांजैक्शन पर कमिशन लेते हैं।’

करीब 7 करोड़ रुपये अमेरिका भेजने की फिराक में जुटे एक छोटे डिवेलपर ने कहा, ‘एजेंट्स और हवाला ऑपरेटर 4-5 करोड़ तक रखने वालों को सर्विस नहीं दे रहे हैं। लिहाजा ऐसे आठ-दस लोग मिलकर इन एजेंट्स के पास जा रहे हैं।’ सूत्रों का कहना है कि काफी ब्लैक मनी अमेरिका, दुबई, सिंगापुर और लंदन भेजी जा चुकी है। एक कंसल्टेंट ने बताया, ‘ऐसे लोग विदेश में अपने रिश्तेदारों या दोस्तों के पास पैसा पहुंचा रहे हैं।’

आने वाले महीनों में इसी ब्लैक मनी को भारत में रियल एस्टेट और दूसरे इन्वेस्टमेंट ऑप्शन्स में लगाया जा सकता है। मुंबई के एक टैक्स कंसल्टेंट ने कहा, ‘अरबों रुपये की ब्लैक मनी रखने वाले शायद ही कैश रखते हैं। उनका अधिकांश पैसा टैक्स हेवेंस के जरिए इंडिया में पहले ही निवेश किया जा चुका है। उनके बाद के लेवल के यानी 40 करोड़ से 800 करोड़ रुपये रखने वाले हवाला ऑपरेटरों वाला तरीका पकड़ रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘समस्या यह है कि कई ऐसे कारोबार हैं, जिनमें हर साल ब्लैक मनी जेनरेट होती है।’ इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ऐसे लूपहोल बंद करने की कोशिश कर रहा है। पिछले सप्ताह टैक्स अधिकारियों ने कुछ बैंक लॉकरों को सील कराया था, जिनमें जूलरी और ब्लैक मनी रखे होने का शक था।