उल्लेखनीय है कि प्रदेश में सियासी गतिरोध के दौरान बीते 26 मार्च को पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत ने दिल्ली में मीडिया को स्टिंग की सीडी जारी की थी। इस स्टिंग में कथित तौर पर रावत को विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर बातचीत करते दिखाया गया है। हालांकि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस मामले में सीबीआई से दिल्ली की बजाय देहरादून आकर पूछताछ करने का अनुरोध किया था। लेकिन, सीबीआई ने उनके अनुरोध को नहीं माना।
गौरतलब है कि इससे पहले उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को हरीश रावत के खिलाफ इस मामले में सीबीआई की जांच को निरस्त करने से इनकार कर दिया था।
क्या है स्टिंग में ?
पिछले दिनों उत्तराखंड राजनीतिक संकट के दौरान सामने आए कथित स्टिंग वीडियो में सीएम हरीश रावत को बागी कांग्रेसी विधायकों का समर्थन हासिल करने के लिए खरीद-फरोख्त करते हुए दिखाया गया था। हाईकोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 31 मई की तारीख तय की है।