Breaking News

सोनिया ने राहुल को दी अध्यक्ष बनने की बधाई, कहा- अब वो मेरे भी ‘बॉस’

नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस अभी बदलाव के दौर से गुजर रही है. राहुल गांधी की पार्टी अध्यक्ष की ताजपोशी के बाद पार्टी में कई तरह के बदलाव देखे गए हैं. पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की राजनीतिक सक्रियता अब कम हुई है और राहुल फ्रंटफुट पर आकर पार्टी को आगे बढ़ा रहे हैं. राहुल को पार्टी अध्यक्ष बनने की बधाई देते हुए सोनिया गांधी ने कहा है कि ‘अब वह उनके भी बॉस हैं’. गौरतलब है कि राहुल गांधी ने 16 दिसंबर, 2017 को आधिकारिक रूप से कांग्रेस अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला था.

सोनिया ने अपने बयान में कहा है कि मुझे उम्मीद है कि जिस तरह पार्टी कार्यकर्ताओं ने मेरे अध्यक्ष रहते काम किया, वैसे ही राहुल की अध्यक्षता में काम करेंगे. हमने गुजरात चुनाव और राजस्थान उपचुनाव में काफी शानदार प्रदर्शन किया है. मुझे उम्मीद है कि आने वाले कर्नाटक चुनावों में भी पार्टी शानदार प्रदर्शन करेगी.

सोनिया ने मोदी सरकार पर भी हमला किया और कहा कि इस सरकार को सत्ता में आए चार साल हो गए हैं. और लगातार सरकार की वजह से लोकतंत्र खतरे में आया है. इसका असर संसद, न्यायपालिका, मीडिया और समाज पर भी पड़ा है. सोनिया ने कहा कि देश में किसानों की स्थिति काफी खराब होती जा रही है. सोनिया ने रोजगार को लेकर भी मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला.

राहुल के अध्यक्ष बनने के बाद सोनिया ने उस दौरान भी कहा था कि अब मैं रिटायर हो चुकी हूं. हालांकि, बाद में पार्टी की ओर से कहा गया था कि वह सिर्फ पार्टी अध्यक्ष के रूप में रिटायर हुई हैं, राजनीति से नहीं.

राहुल के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी कार्यालय में बड़ा कार्यक्रम किया गया था. उस दौरान भी सोनिया गांधी ने राहुल गांधी की जमकर तारीफ की थी. सोनिया ने कहा था कि वह राहुल की सहनशीलता पर उन्हें गर्व है. सोनिया बोलीं थी कि मैं एक मां के तौर पर राहुल की तारीफ नहीं करना चाहती. मुझे राहुल की सहनशीलता पर गर्व है जिससे वे निडर और साहसी बने हैं.

राजनीति में आने पर राहुल ने ऐसे भयंकर व्यक्तिगत हमले का सामना किया जिसने उसे और निडर इंसान बनाया है. उन्होंने कहा कि एक नया दौर, एक नये नेतृत्व की उम्मीद आपके सामने है.” आपको बता दें कि सोनिया गांधी करीब 19 साल तक कांग्रेस की अध्यक्ष रही थीं. सोनिया 14 मार्च 1998 को पार्टी अध्यक्ष बनी थीं.

आपको बता दें कि पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद से राहुल गांधी ने आक्रामक रुख अपनाया है. अब वे पहले से अधिक आक्रामक होकर मोदी सरकार पर हमला करते हैं. फिर चाहे वह सोशल मीडिया के जरिए हो, रैलियों में हो या फिर मीडिया से बातकर सरकार को घेरना हो.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को जब भाषण दिया, उस दौरान कांग्रेस ने एक नई रणनीति पर काम किया था. भाषण के दौरान कांग्रेस सांसदों ने अचानक जोर-जोर से नारेबाजी शुरू कर दी. कांग्रेस के इस ‘फ्लैश प्रोटेस्ट’ ने सभी को हैरान किया. सूत्रों के मुताबिक इस ‘गुरिल्ला स्टाइल’ विरोध की रणऩीति कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ही बनाई थी.

पार्टी के सभी सांसदों को 12 बजे दोपहर तक लोकसभा पहुंचने के लिए कहा गया था. सूत्रों के मुताबिक सदन में इस तरह के विरोध को लेकर कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी कुछ हिचक रही थीं लेकिन राहुल ने अपने सिपहसालारों को पूरी ताकत के साथ ‘मुद्दों पर आधारित’ नारेबाजी के लिए ग्रीन सिग्नल दिया.