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सेना की कार्रवाई से एक्सपर्ट गदगद, कांग्रेस ने खड़े किए सवाल

नई दिल्ली। भारतीय सेना ने पाकिस्तान से एक बार फिर बदला लिया है. 23 दिसंबर को पाकिस्तान ने चार भारतीय जवानों को मार गिराया था, जिसका बदला अब इंडियन आर्मी ने एलओसी पार जाकर बड़ी कार्रवाई की है. आर्मी ने बॉर्डर पार तीन पाकिस्तानी जवानों को मार गिराया है. सेना की इस कार्रवाई के बाद प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं.

रक्षा विशेषज्ञ आरएसएन सिंह ने इस कार्रवाई पर कहा है कि पीओके हमारा है, हम जब चाहें वहां जा सकते हैं. वो हमारी ही जगह है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जैसा करेगा उसे वैसा ही भरना होगा. हमारी कोशिश है कि प्रॉक्सी वॉर को अब पाकिस्तान की जमीन पर लाया जाए. विशेषज्ञ ने कहा कि LoC पर पाकिस्तान ने जेहादियों को बैठा रखा है. उसका जवाब इसी तरह दिया जा सकता है.

रक्षा विशेषज्ञ बीएस जसवाल बोले कि ये प्रॉक्सी वार तभी खत्म हो सकता है जब पाकिस्तान इसे करना चाहेगा. जब तक पाकिस्तान आतंकियों को अपनी रणनीति से बाहर नहीं निकालता है तब तक भारत का ऐसा रुख जारी रहेगा.

दूसरी तरफ कांग्रेस ने इस कार्रवाई पर फिर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट किया कि अगर सूत्र सही हैं तो बीजेपी सरकार अब इसे सर्जिकल स्ट्राइक अनाउंस करेगी. हालांकि, फैक्ट ये है कि इस प्रकार की कार्रवाई 1998 से शुरू हुई थी.

If Intellegence sources are correct which I wish they are it is a bit quixotic that BJP which announced a ‘Surgical strike’ with such bombast now seems strangely diffident of taking ownership.Fact is these BAT actions started in 1998 but no Govt till 2016 sought to politicise it https://twitter.com/ani/status/945475527619391488 

पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञ कमर चीवा ने इस ऑपरेशन पर कहा कि भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक का ढोंग रचाया है, बीजेपी सरकार अपने लोगों को बेवकूफ बना रही है. हमारी सरकार ने भारत के एक जासूस को उसके परिवार से मिलाया और भारत हमारे सैनिकों को मार रहा है.

ऐसा पूरा किया ऑपरेशन

इस ऑपरेशन में भारतीय सेना के जवान बॉर्डर के उस पार चले गए. दरअसल, सेना एलओसी पार जाकर आईडी प्लांट कर रही थी. इसी दौरान पाकिस्तानी सैनिकों के साथ क्रॉस फायरिंग हुई. इस फायरिंग में भारतीय जवानों ने तीन पाकिस्तानी सैनिकों को ढेर कर दिया. पाकिस्तानी सीमा में घुसकर भारतीय जवानों की इस बड़ी कार्रवाई को एक और सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में देखा जा रहा है.