लखनऊ। निलंबित आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर एक खास जाति के पुलिस अफसरों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। अखिलेश ने कहा कि हर कोई जानता है कि एक खास जाति के पुलिसवालों को सस्पेंड या ट्रांसफर किया जा रहा है। अखिलेश का इशारा यादव जाति से ताल्लुक रखने वाले पुलिसवालों की तरफ है। इससे पहले आईपीएस अफसर हिमांशु कुमार ने अधिकारियों पर एक खास जाति के पुलिसवालों को परेशान करने का आरोप लगाया था।
दरअसल योगी आदित्यनाथ सरकार ने कामकाज संभालने के साथ ही बड़े पैमाने पर पुलिसवालों के निलंबन और तबादले की कार्रवाई शुरू की है। सरकार के मुताबिक उन पुलिसवालों पर ऐक्शन लिया जा रहा है जो अच्छा काम नहीं कर रहे और जिनकी काफी शिकायतें मिली हैं। सरकार ने आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार को भी अनुशासनहीनता के आरोप में सस्पेंड कर दिया है। कुमार का निलंबन उनकी पत्नी की तरफ से दर्ज कराए गए दहेज उत्पीड़न के मामले को आधार बनाकर की गई है। हिमांशु इस मुक़दमे में वांछित चल रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के महासचिव और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव भी यूपी में अफसरों के साथ जाति के आधार पर कथित भेदभाव का मुद्दा उठा चुके हैं। हाल ही में उन्होंने राज्यसभा में चुनाव सुधार के मुद्दे पर चल रही बहस के दौरान चुनाव आयोग पर सवाल उठाया। यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले आचार संहिता लागू होने के बाद अधिकारियों के तबादले को आधार बनाकर उन्होंने आयोग पर सवाल उठाया था। रामगोपाल ने कहा कि यूपी के बारे में आयोग की यह सोच है कि एक खास समुदाय के अधिकारी नहीं रहने चाहिए। उन्होंने कहा था, ‘यूपी में चुनाव के पहले 10 डीएम यादव थे, उनमें से 8 का पहले ही दिन ट्रांसफर कर दिया।’ यादव ने कहा कि इससे अधिकारियों का मनोबल गिरता है, उनके साथ जातिगत भेदभाव नहीं होना चाहिए।
I don’t have any problem with shuddhikaran of the CM house. I just hope they look after the peacocks who had flown in there: Akhilesh Yadav pic.twitter.com/wKNB8YKNY2
Only policemen of one particular caste are being suspended/transferred, everybody knows. But will you report that? Akhilesh Yadav pic.twitter.com/UDOeEyCutb