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सलमान नदवी पर ओवैसी का तीखा हमला, कहा- ‘मोदी की धुन पर नाच रहे हैं’

हैदराबाद। एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन) के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या विवाद पर मंदिर बनाने को लेकर नया फॉर्मूला देने वाले मौलाना सलमान हुसैनी नदवी पर तीखा हमला किया है. ओवैसी ने मौलाना नदवी को पीएम मोदी के इशारों पर काम करने का आरोप लगाया.

ओवैसी ने मौलाना नदवी पर हमला जारी रखते हुए कहा कि उन सभी लोगों का सामाजिक वहिष्कार किया जाए जो अयोध्या में बाबरी मस्जिद की जमीन पर राम मंदिर के लिए दे देने की बात करते हैं. ओवैसी ने कहा, “कुछ लोग मोदी की धुन पर नाच रहे हैं.”

हैदराबाद में हुई मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के तीन दिनों की बैठक के आखिरी दिन एक पब्लिक मीटिंग में ओवैसी ने मौलाना नदवी पर हमला किया. उन्होंने कड़े तेवर में कहा, “बाबरी मस्जिद पर कोई समझौता नहीं हो सकता है.”

आपको बता दें कि पूरे विवाद के पीछे की वजह ये है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के नदवी ने आर्ट ऑफ़ लिविंग के श्री श्री रविशंकर से बेंगलुरु में मुलाकात की थी. इस मुलाकात के दौरान उन्होंने उस फॉर्मुले पर सहमति जताई थी जिसमें राम मंदिर के लिए बाबरी मस्जिद की ज़मीन देने के बदले किसी और जगह पर एक मस्जिद और एक यूनिवर्सिटी के लिए ज़मीन देने की बात है.

सलमान नवदी के इसी फॉर्मूले पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा, “वे कह रहे हैं कि ये प्रस्ताव देश में शांति और एकता कायम रखने के लिए है. क्या हमें अरब एकता के लिए मस्जिद-ए-अक्सा (येरूशलम में स्थित अल-अक्सा मस्जिद) भी दे देनी चाहिए?”

मौलाना नदवी के किरदार पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि ये वही मौलाना नदवी हैं जिन्होंने 2001 में एक फ़तवे पर दस्तखत किया था. फ़तवे में लिखा था कि एक मस्जिद अनंत काल तक एक मस्जिद ही रहती है और एक मुस्लिम इसे कभी किसी को नहीं दे सकता है. इसके साथ ही ISIS का नदवी को समर्थक बताते हुए ओवैसी ने कहा कि ये वही हैं जिन्होंने उसके समर्थन में फ़तवा जारी किया था.

ओवैसी ने पीएम मोदी पर निशान साधते हुए कहा कि वे ऐसे लोगों को राजीनितक प्रोत्साहन दे रहे हैं जिन्होंने ISIS के समर्थन में फ़तवा जारी किया था. उन्होंने आगे कहा कि मोदी कुछ लोगों को इस्तेमाल करके मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को तोड़ना चाहते हैं ताकि मुसलमान बाबरी मस्जिद दे दें. ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे क्योंकि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भारतीय मुसलमानों का प्रतीक है. ये भारत में इस्लाम के हर तरह के विचारों का मंच है.