Breaking News

सर्जिकल स्ट्राइक के बाद मिले शानदार फीडबैक से सरकार खुश

05modiनई दिल्ली। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद मिले फीडबैक से मोदी सरकार खुश है। सूत्रों के अनुसार पीएमओ को सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जो फीडबैक मिला उससे पूरी सरकार बहुत उत्साहित है। हालांकि एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी मंत्रियों को साफ संदेश भेजवाया है कि वह अभी इस मुद्दे पर संभल कर बात करें और राजनीति से परहेज करें।

उड़ी हमले के जवाब में एलओसी पार कर भारतीय सेना की ओर से की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद इस मुद्दे पर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आईं। सरकार के अदंर एक सीनियर अधिकारी के अनुसार इस ऑपरेशन के बाद मिली प्रतिक्रिया का जब विश्लेषण किया गया तो पाया गया कि तमाम सेक्शन से मिले फीडबैक में 91फीसदी पॉजिटिव प्रतिक्रिया हैं। मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद किसी एक मुद्दे पर मिले सबसे अधिक पॉजिटिव फीडबैक में यही मुद्दा शामिल है।

यह फीडबैक मीडिया कवरेज, विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया पर तमाम सेक्शन के लोगों की राय के आधार पर तैयार किया गया है। सूत्रों के अनुसार लगभग सौ फीसदी लोगों ने इस ऑपरेशन का सपॉर्ट किया। अगर कुछ निगेटिव फीडबैक थे तो उनमें भी अधिकतर ऐसे थे कि वह युद्ध नहीं चाहते हैं और सरकार ऐसी स्थिति होने से बचाए।
अधिकारियों के अनुसार सर्जिकल स्ट्राइक पर अलग से फीडबैक नहीं मांगा गया था। दरअसल सरकार के अंदर पिछले एक साल से प्रैक्टिस है कि तमाम बड़े मुद्दों पर पब्लिक से फीडबैक मांगा जाता है। इससे जुड़ी किस तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है उसपर डिटेल रिपोर्ट बनाई जाती है। सूत्रों के अनुसार 26 मई 2014 के बाद सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसी एक मुद्दे पर सबसे अधिक सपॉर्ट मिला है। इससे पहले सबसे अधिक पॉजिटिव फीडबैक स्वच्छ भारत अभियान के मुद्दे पर मिला था जब पीएम नरेंद्र मोदी ने 2 अक्तूबर 2014 को इस अभियान की शुरुआत की थी।

सरकार के अंदर भी मूड पॉजिटिव
सरकार के अंदर भी सर्जिकल स्ट्राइक के बाद मूड बहुत पॉजिटिव हुआ है। एनडीए सरकार के एक मंत्री के अनुसार अगले महीने अपना आधा टर्म पूरा कर रही सरकार के लिए ऐसे ही मजबूत फैसले की जरूरत थी जिससे उत्साह का संचार हो सके। लगे हाथ ब्लैकमनी योजना के सफल होने के बाद भी डबल राहत मिली।

इस बीच एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से तमाम मंत्रियों को सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे पर संयमित बयान देने को कहा गया है। साफ कहा गया है कि वह इस मुद्दे पर तथ्य आधारित बयान दें और इनमें अपने विचार रखने से परहेज करें। अभी तक खुद पीएम मोदी ने भी इस मामले में कोई बयान नहीं दिया है। सूत्रों के अनुसार दो दिन पहले सीनियर मंत्रियों के साथ हुई मीटिंग में पीएम मोदी ने यह संदेश सभी तक पहुंचाने को कहा। इससे पहले भी सर्जिकल ऑपरेशन के तुरंत बाद सभी बीजेपी नेताओं से राजनीतिक बयान से परहेज करने को कहा था।