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समाजवादी पार्टी में फैमिली सोशल इंजिनियरिंग की कोशिश

23mulayam-singh-yadavलखनऊ। बीते कुछ दिनों से चल रही उठापठक के बीच सोमवार को समाजवादी पार्टी में पारिवारिक सोशल इंजिनियरिंग की कोशिश हुई। पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव सोमवार को अपने पूरे परिवार के साथ बैठे। पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव, सीएम अखिलेश यादव, लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव ने मुलायम के साथ कई मुद्दों पर बात की। इसमें चुनावी तैयारी के अलावा जमीन पर कब्जों को लेकर शिवपाल की नाराजगी, प्रत्याशियों की सूची पर भी चर्चा हुई। यह भी कहा गया कि अगर किसी के मन में मतभेद या मनभेद है भी तो उसे सार्वजनिक न करे।

समाजवादी पार्टी में उठापटक की शुरुआत पिछले रविवार को तब हुई जब लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव ने मैनपुरी में इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। रक्षाबंधन से शिवपाल और सीएम अखिलेश के बीच संवादहीनता कम हुई और दोनों में बात हुई। इसके बाद शिवपाल ने कहा कि वह नाराज नहीं, आहत हैं। उनकी सीएम से बातचीत हुई है और जो नेता जमीन कब्जा करने और अवैध कामों में जुटे हैं, उन पर ऐक्शन होगा।

मैनपुरी के विधायक कर रहे कब्जे?

मंत्री शिवपाल यादव ने खुलकर कभी कुछ नहीं कहा कि कब्जा कौन कर रहा है। हालांकि चर्चा है कि उनका इशारा पार्टी के एक एमएलसी और एक विधायक की ओर था, जिनके संरक्षण में कब्जे हो रहे थे। यह एमएलसी और विधायक रामगोपाल के करीबी माने जा रहे थे। इसके बाद ही पार्टी के मुखिया ने रामगोपाल को लखनऊ बुलाकर बात की। सोमवार को परिवार के बीच भी खुलकर गाजियाबाद के एक विधायक के साथ मैनपुरी के इन दोनों विधायकों पर भी चर्चा हुई। कहा गया कि बगैर पड़ताल किए कोई भी आरोप न लगाया जाए। अगर कहीं कोई कब्जा है भी तो सरकार उसके खिलाफ अभियान चलाएगी।

हो सकता है ऐक्शन
बैठक के बाद संभावना जताई जा रही है कि जो पार्टी कब्जे में शामिल हैं, उन पर जल्द ऐक्शन किया जा सकता है। इसके लिए बाकायदा जिलों से सूचना मंगवाने पर भी बात की गई। मंत्री शिवपाल यादव पहले से ही जिलों में राजस्व विभाग के लेखपालों से रिपोर्ट मंगवा रहे हैं।

चुनावी तैयारी पर भी बात
बैठक में चुनावी तैयारी पर भी बात हुई। इसमें मंडलीय रैलियों, सीएम अखिलेश यादव की रथयात्रा और सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तिथि तय करने के लिए सपा प्रमुख को अधिकृत कर दिया गया। कुछ प्रत्याशियों की सूची पर भी बात हुई। जल्दी , सीएम अखिलेश यादव की रथयात्रा और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तिथि तय करने के लिए सपा प्रमुख को अधिकृत कर दिया गया। कुछ प्रत्याशियों की सूची पर भी बात हुई। जल्दी ही इस सूची पर मंथन कर उसे जारी करने पर भी बात हुई।