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विधान परिषद के चुनाव में दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

mumbai7-4मुंबई। विधान परिषद की 6 सीटों पर होने वाले चुनाव की तस्वीर साफ हो गई है। राज्य के सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं की प्रतिष्ठा दाव पर लग गई है। मुख्यमंत्री से लेकर अशोक चव्हाण और अजित पंवार ने अपने अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। महाराष्ट्र विधान परिषद की 6 सीटों पर 19 नवंबर को मतदान होगा। इसमें स्थानीय निकाय के जनप्रतिनिधि मतदान करेंगे। मतगणना 22 नवंबर को होगी।

जलगांव, नांदेड और सांगली-सतारा स्थानीय निकाय में चुनाव बेहद दिलचस्प बन गया है। जलगांव से एनसीपी के उम्मीदवार व पूर्व मंत्री गुलाबराव देवकर और कांग्रेस की लता छाजेडा ने ऐन वक्त पर अपना नामांकन वापस लेकर सभी को आश्चर्य में डाल दिया। जलगांव में बीजेपी नेता एकनाथ खडसे के करीबी जगवानी का टिकट काटकर गिरीश महाजन के चहेते चंदूलाल पटेल को उम्मीदवारी दी है। इससे खडसे बेहद नाराज हैं। पटेल को विधान परिषद में पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूरी ताकत लगा दी है। बीजेपी उम्मीदवार के सामने 7 निर्दलीयों ने नामांकन भरा है।

महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण के लिए यह चुनाव चुनौती बन गया है। नांदेड से अपने करीब अमरनाथ राजूरकर को विजयश्री दिलाने के लिए उन्हें कड़ी चुनौती मिल रही है। चव्हाण के उम्मीदवार को श्यामसुंदर शिंदे चुनौती दे रहे हैं। शिंदे के पीछे एनसीपी, शिवसेना सहित अन्य दल शिंदे के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। यही नहीं, चव्हाण के विरोधी भी शिंदे के खेमे में जा मिले हैं जिससे चव्हाण की परेशानी बढ़ गई है।

यवतमाल स्थानीय निकाय से अजित पवार के खासमखास संदीप बजोरिया ने निर्दलीय नामांकन भरा है। बजोरिया को शिवसेना के तानाजी सावंत और शंकर बडे कड़ी चुनौती दे रहे हैं। पुणे स्थानीय निकाय से एनसीपी के अनिल शिवाजीराव भोसले, कांग्रेस ने संजय जगताप और बीजेपी के नगरसेवक अशोक यनपुरे के बीच कड़ी टक्कर की उम्मीद की जा रही है। भंडारा-गोंदिया स्थानीय निकाय से एनसीपी के जैन राजेंद्र हीरालाल, कांग्रेस के प्रफुल अग्रवाल और बीजेपी ने परिने फुके के अलावा पांच निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं। सांगली-सतारा स्थानीय निकाय में कांग्रेस-एनसीपी के बीच आमने-सामने खुली टक्कर है। यहां कांग्रेस के मोहन कदम और एनसीपी के शेखर गोरे एक-दूसरे के विरुद्ध चुनाव मैदान में है। बीजेपी के उम्मीदवार सतीश बांदेकर और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन भरने वाले वर्तमान एनसीपी सदस्य प्रभाकर गर्गे चुनाव मैदान से हट गए हैं। गुलाबराव कदम और शेखर माने निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में डटे हुए हैं।