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वापसी के लिए बर्खास्त नेता प्रार्थना पत्र दें : शिवपाल

shivpal-1लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव का कहना है कि पार्टी से बर्खास्त किए गए नेताओं को रथयात्रा कार्यक्रम में नहीं आना चाहिए था, कोई खुद ही आ गया तो क्या किया जाए? उनकी वापसी तब ही संभव होगी, जब वे प्रार्थना पत्र दें और नेताजी उस पर फैसला लें क्योंकि कार्रवाई उनके निर्देश पर की गयी थी।

गुरुवार को समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह की तैयारी की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि समाजवादी विचारधारा वाले अधिकतर नेताओं की सहमति मिल चुकी है। सभी अतिथि चार नवंबर को शाम तक पहुंच जाएंगे।

शिवपाल ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की विकास यात्रा कार्यक्रम के सफल होने का दावा करते हुए कहा कि पार्टी का असली संदेश पांच नवंबर को हो रहे रजत जयंती समारोह से ही जाएगा। पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में शिवपाल ने कहा कि रथयात्रा के बाद रजत जयंती समारोह से पार्टी चुनावी मूड में आएगी, यहीं से संदेश जाएगा। किसी भी कीमत में भाजपा की सरकार नहीं बनने देंगे। समाजवादी पार्टी 2017 में बड़े बहुमत से सरकार बनाने में सफल होगी। इसके बाद देश से भी भाजपा को हटाने का काम होगा।

गठबंधन का फैसला नेतृत्व करेगा

सपा प्रदेश अध्यक्ष ने चुनावी गठबंधन के सवाल पर कहा कि सपा 25वें वर्ष में जा रही है। समाजवादी विचारधारा को ताकत देना हमारा लक्ष्य है। समारोह में इसी उद्देश्य से सभी को बुलाया भी गया है। समारोह के बाद ही राष्ट्रीय नेता आपस में बात करके गठबंधन तय करेंगे। वैसे प्रदेश में अभी बहुमत की सपा सरकार है लेकिन सभी फैसले नेतृत्व करेगा।

कांग्रेस को न्योता नहीं

शिवपाल ने बताया कि रजत जयंती समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, शरद यादव, लालू यादव, अजित सिंह, अभय सिंह चौटाला, अखिलेश यादव, राम जेठमलानी, केसी त्यागी व संतोष भारतीय आदि की स्वीकृति मिल चुकी है। आजम खां व अमर सिंह के बारे में उनका कहना था कि सबको न्योता भेजा गया है। कांग्रेस प्रतिनिधि के शामिल होने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि उन्हें निमंत्रण नहीं भेजा गया है।