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लखनऊ में राम मंदिर निर्माण के पक्ष में मुस्लिम संगठन के पोस्टरों पर विवाद

लखनऊ। राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट के जल्द फैसला सुनाने से इनकार करने के बीच लखनऊ की सड़कों पर मुस्लिम नेताओं के सौजन्य से अयोध्या में राम मंदिर बनाने के समर्थन में पोस्टर लगाए गए हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री निवास 5 कालीदास मार्ग और विधानसभा के आसपास की सड़कों पर ऐसे पोस्टर काफी संख्या में देखे जा रहे हैं. इस मामले में बीजेपी की ओर से कोई बयान नहीं आया है. बताया जा रहा है कि ये पोस्टर श्री राम मंदिर निर्माण मुस्लिम कार सेवक मंच के अध्यक्ष आजम खान का हाथ था. हालांकि पोस्टर में सौजन्य पुणे के धार्मिक नेता मौलाना डॉक्टर शबीह एहसान काजमी का नाम है.  इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में एहसान काजमी ने कहा कि उन्हें ऐसे किसी पोस्टर के बारे में कोई जानकारी नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि उनसे ऐसे किसी पोस्टर लगाने के बारे में नहीं पूछा गया है.

इस पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी हैं. पोस्टर्स पर लिखा गया है, ‘हो जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण, मुस्लिमों का यह अरमान।’ वहीं दूसरे पोस्टर पर लिखा गया है, ‘देश के मुसलमानों का यही मान, श्रीराम मंदिर का हो वहीं निर्माण।’ पूरे लखनऊ में ऐसे करीब 10 बैनर लगाए गए हैं. इन पोस्टरों में में भगवान राम और मंदिर की भी तस्वीर है. पोस्टरों पर छह ऐसे लोगों के नाम और तस्वीर थी जो मुस्लिम समुदाय के जाने-माने लोग थे. इन्हीं नामों में से मौलाना काजमी का भी नाम था.

आजम खान ने इस आरोप पर कहा, ‘मैंने जो पोस्टर छपवाए थे उसमें सिर्फ मेरी तस्वीर है. अगर किसी पोस्टर पर मौलाना की तस्वीर छपी है तो इसकी जानकारी मुझे नहीं है क्योंकि मैंने ऐसा कोई पोस्टर नहीं छपवाया.’

बताया जा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए कुछ मुसलमानों ने एक संस्था भी बनाई है, जिसका नाम श्री राम मंदिर निर्माण मुस्लिम कार सेवक मंच रखा गया है. उनकी मांग है कि सीएम योगी आदित्यनाथ की पहल पर जल्द ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाए.

एहसान काजमी पुणे के गुरुवार पेठा इलाके में स्थित रेजा ट्रस्ट से जुड़े धार्मिक नेता हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह के पोस्टर लगाने के बीचे शरारती तत्वों का हाथ है. वे इसके जरिए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के प्रति वे मेरा समर्थन दिखाने की साजिश कर रहे हैं. एहसान काजमी ने कहा, ‘मैंने राम मंदिर को लेकर कभी भी कोई कमेंट नहीं किया है. यह कोर्ट में मामला है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा वह मान्य होगा.’  मौलाना काजमी ने कहा कि उन्होंने इस मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर से की है.