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रियो: महिला तीरंदाजी में क्वॉर्टरफाइनल से बाहर हुआ भारत, अब एकल स्पर्धा में मेडल की आस

archeरियो डी जनीरो। रियो ओलिंपिक की तीरंदाजी स्पर्धा में खेल रही भारतीय टीम क्वॉर्टर-फाइनल में रूस के हाथों हार गई। दीपिका कुमारी, लक्ष्मीरानी मांझी और बोमबायला देवी की यह टीम सेमीफाइनल में जगह बनाने में नाकाम रही। चार सेट के मुकाबले में भारतीय टीम 2-2 से बराबरी पर थी, लेकिन शूटआउट में भारतीय टीम को 4-5 के स्कोर से हार का सामना करना पड़ा। भारत को दीपिका कुमारी के बेहतरीन प्रदर्शन से पदक की उम्मीद थी, लेकिन वह अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहीं और इस तरह तीरंदाजी के टीम इवेंट में भारत की मेडल की उम्मीदें खत्म हो गईं।

रविवार को भारतीय टीम ने कोलंबिया को 5-3 से हराकर क्वॉर्टर-फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन रूस के सामने टीम बहुत ही दबाव में दिखी। रूस के खिलाफ भारत ने पहले तीन प्रयासों में 28 अंक बटोरे, जिसमें दीपिका ने 10 अंक पर निशाना लगाया, लेकिन टीम लय बरकरार नहीं रख पाई और पहला सेट 48-55 से हार गई। दूसरे सेट में टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा। बोमबायला और लक्ष्मीरानी ने 10 अंक पर निशाने लगाए, जिससे टीम 53-52 से जीत गई।

तीसरे सेट में रूस ने पहले प्रयास में ही 10 अंक पर निशाना लगाया और उन्होंने कुल 50 अंक जोड़े, लेकिन भारतीय टीम ने बेहतर खेल दिखाते हुए 53-50 से सेट जीत लिया। चौथे सेट में रूसी खिलाड़ी पूरी तरह लय में दिखे और उन्होंने यह सेट 55-53 से जीतते हुए मैच में 4-4 के पॉइंट्स से बराबरी कर ली। इसके बाद मैच का फैसला शूटआउट के जरिए होना था।

शूटआउट में रूस ने शानदार शुरुआत की, जिसके जवाब में बोमबायला 7वें अंक पर ही निशाना लगा पाईं। दूसरे प्रयास में रूस सिर्फ 6 अंक ही बटोर सका और लक्ष्मीरानी ने 8 अंकों के साथ खेल को साधने की कोशिश की। आखिरी प्रयास में रूस ने 9 अंक पर निशाना लगाया। इसके बाद भारत को जीत के लिए 10 अंकों की जरूरत थी, लेकिन दीपिका 8वें पर ही निशाना लगा पाईं और भारतीय टीम रियो ओलिंपिक की महिला तीरंदाजी स्पर्धा से बाहर हो गई।

हालांकि, तीरंदाजी के खेल में भारत की मेडल की उम्मीदें अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई हैं। तीनों महिला तीरंदाज अभी एकल स्पर्धा में हिस्सा लेंगी। लक्ष्मीरानी 8 अगस्त, बोमबायला 10 अगस्त और दीपिका कुमारी 11 अगस्त को भारत के लिए मेडल जीतने का प्रयास करेंगी।