Breaking News

रख रहे हैं संभोग से दूरी, तो जान लिजिए इसके हानिकारक परिणाम

डिप्रेशन एक ऐसी खतरनाक चीज है जिसकी वजह से महिला हो या पुरुष अवसादग्रस्त हो सकते हैं। आकाइव्स सेक्चुअल बिहेवियर के जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक मेलाटोनिन, सेरोटोनिन और ऑक्सीटोसिन पुरुषों के सीमेन या वीर्य में मौजूद होता है जो महिलाओं के मूड को बनाने में मददगार होता है।

अमेरिकन जर्नल ऑफ मेडिसन में प्रकाशित अध्ययन की मानें तो जो व्यक्ति हफ्ते में दो बार संभोग करते हैं, वो इरेक्टाइल डिसफंक्शन से उतना ग्रस्त नहीं होते, जितना की संभोग नहीं करने वाले व्यक्ति होते हैं। क्योंकि बार-बार संभोग करने पर पेनाइन मसल्स को मजबूती मिलती रहती है।

जर्नल बायलॉजिकल साइकोलोजी के अध्ययन के मुताबिक जो व्यक्ति संभोग से खुद को दूर रखता है, वो जब दूसरों के सामने भाषण देने उठते हैं, या किसी तनावपूर्ण परिवेश को हैंडल करने की बात उनके सामने आती है, तब ना चाहते हुए भी वो टेंशन में पहुंच जाते हैं। क्योंकि संभोग करने से एंडोर्फिन हार्मोन यानी कि फीलगुड हार्मोन का निष्कासन होता है, जो स्ट्रेस को कंट्रोल करने का काम करता है।

कम से कम सप्ताह में एक या दो बार भी संभोग करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक रहता है। क्योंकि इससे आईजीए का लेवल ज्यादा रहता है सेक्स नहीं करने वालों की तुलना में।

सप्ताह में एक या दो बार भी संभोग नहीं करने से योनि मार्ग में कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं। जिनमें ईस्ट इंफेक्शन, बैक्टीरिया इन्फेक्शन इत्यादि योनिमार्ग को हानि पहुंचा सकता है। और vaginal Cancer होने की संभावना भी बढ़ जाती है।