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यूपी 2015 बजट में हुई थी ये 10 बड़ी घोषणा, जानें कितनी हुईं पूरी

Akhilesh3लखनऊ। अखिलेश यादव ने साल 2015 के बजट में 10 बड़ी घोषणाएं की थी। अब साल 2016 का बजट पेश होने वाला है। अखिलेश यादव ने 2015 में जो घोषणाएं की थीं, उनमें से कितनी पूरी हुईं और कितनी अधूरी रह गईं।

अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनाने की घोषणा
राजधानी में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनाने की घोषणा की थी। जिसे अमलीजामा भी पहनाया जा रहा है। एलडीए सचिव श्रीचंद वर्मा ने बताया, स्टेडियम का काम तेजी से चल रहा है। स्टेडियम के साथ यहां स्पोर्टस एकेडमी भी बनाई जा रही है। ये पूरा प्रोजेक्ट करीब 70 एकड़ में बन रहा है, जिस पर करीब 500 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। बता दें, इकाना स्‍पोर्टस स्टेडियम को बना रहा है। यहां 50 हजार दर्शकों के बैठने की व्‍यवस्‍था की जाएगी।
बिजली देने का किया था वादा
सरकार ने कहा था, अक्टूबर 2016 से ग्रामीण क्षेत्र में न्यूनतम 16 घंटे और शहरी क्षेत्रों में 22 से 24 घंटे का बिजली दी जाएगी। इसके लिए ट्रांसमिशन और वितरण प्रणाली का विकास किया जाना था। पॉवर कॉरपोरेशन के अफसर के मुताबिक, इस समय गांवों में 14 घंटे बिजली सप्लाई की जा रही है, जबकि शहरों में 18 से 22 घंटे बिजली दी जा रही है। वहीं, महानगरों में 24 घंटे बिजली सप्लाई की जा रही है। बता दें, सरकारी आंकड़े भले ही लाख दावे कर रहे हों, लेकिन बिजली सप्लाई की हालत इतनी अच्छी नहीं है।
एक्सीडेंट पर मिलेगी हेल्पलाइन नंबर से हेल्प
सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में रोड एक्सिडेंट या अन्‍य की सूचना देने के लिए टोल फ्री ट्रैफिक हेल्प लाइन नंबर 1073 स्थापित करने की घोषणा की थी। इसे पूरा भी किया। वर्तमान में अगर जाम लगने पर या एक्सिडेंट होने पर 1073 नंबर मिलाते हैं, तो तुरंत ही पुलिस सहायता मिलेगी। हेल्पलाइन नंबर को पुलिस नियंत्रण कक्ष से जोड़ा दिया गया है। ट्रैफिक हेल्पलाइन नंबर मिलाने पर तुरंत ही संबंधित थाने को जानकारी दी जाती है। ऐसे में पुलिस मौके पर पहुंच जाती है। यही नहीं, 108 एंबुलेंस भी मौके पर पहुंचती है।
जनेश्वर मिश्र पार्क
लखनऊ में बने जनेश्वर मिश्र पार्क में लंदन आई की तर्ज पर लखनऊ आई लगाने की घोषणा थी। हालांकि, अभी तक ये योजना सफल नहीं हो सकी। बाद में इसे पुराने लखनऊ में लगाने का ऐलान किया गया, लेकिन वहां भी नहीं लग सका। लखनऊ आई की ऊंचाई पहले 45 मीटर तय हुई थी, लेकिन सीएम के हस्तक्षेप के बाद इसकी ऊंचाई 150 मीटर तय की गई।
हर जिले में 1090 की शुरुआत
सीएम ने घोषणा की थी कि महिलाओं का उत्पीडन रोकने के लिए 1090 वीमेन पॉवर लाइन की शुरुआत के साथ हर जिले में महिला हेल्प लाइन शुरू की जाएगी। सरकार ने इस योजना को अमलीजामा पहनाया और 1090 की स्थापना की। वर्तमान में इस हेल्‍प लाइन से कई महिलाओं और युवतियों को फायदा मिला है।
सिटी सर्विलांस सिस्टम से अपराधियों पर रखी जाएगी नजर
बिगडती कानून व्यवस्था को देखते हुए सीएम ने अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए सिटी सर्विलांस सिस्टम शुरू करने की घोषणा की थी। पुलिस आधुनिकीकरण के तहत यह सिस्टम लगाया जाना था। ट्रैफिक एसपी हबीबुल हसन के मुताबिक, शहर के चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। हालांकि, कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम. मोबाइल सर्विलांस सिस्टम और सेफ्टी सिस्टम को इंटीग्रेडेट करने का काम चल रहा है। अभी इसमें थोडा समय लगेगा। इस सिस्टम के अस्तित्व में आने के बाद वीडियो एनालिसिस से ट्रैफिक मैनेजमेंट को बेहतर किया जाएगा।
शिक्षकों की भर्ती
सरकार ने स्कूलों में टीचरों की कमी को पूरा करने के लिए भर्ती करने का निर्णय लिया था। इसके बाद करीब 72 हजार शिक्षकों की भर्ती की जानी थी। जिसमें टीईटी धारकों की भर्ती की प्रकिया जारी है। हालांकि, सरकार ने शिक्षामित्रों को भी सहायक शिक्षक के पद पर समायोजन करने का निर्णय लिया था, लेकिन इस निर्णय पर कोर्ट ने रोक लगा दी। मामला सुप्रीम कोर्ट गया और वहां पर कोर्ट ने हाईकोर्ट का आदेश रद्द कर दिया है। मामले में सुनवाई अभी चल रही है।
पूरे प्रदेश में बनेंगे साइकिल ट्रैक
अखिलेश यादव ने घोषणा की थी कि राजधानी के साथ-साथ अन्‍य जिलों में भी साइकिल ट्रैक बनाए जाएंगे। ये काम काफी जोरशोर से चल रहा है। राजधानी में साइकिल ट्रैक बनने के साथ आवास विकास और लखनऊ विकास प्राधिकरण की योजनाओं में भी साइकिल ट्रैक का प्रावधान रखा जा रहा है। सीएम ने पर्यावरण के लिए इसे सहायक बताया था।
हवाई मार्ग से जुड़ेंगे पर्यटक स्‍थल
यूपी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अखिलेश यादव ने निर्णय लिया था कि प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों को एक-दूसरे से वायु सेवा से जोड़ा जाएगा। इसमें पहले चरण में लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी और आगरा को इस सेवा से जोड़ा जाना था। हालांकि, अभी तक ये सेवा शुरू नहीं की जा सकी है। लखनऊ के पर्यटन क्षेत्राधिकारी आरपी यादव का कहना है, हवाई सेवा शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही ये सेवा लखनऊ से शुरू हो जाएगी। हालांकि इसे 2015 में ही शुरू हो जाना था, लेकिन एयरलाइंस कंपनियों ने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई थी। सरकार ने एयरलाइंस कंपनियों को हवाई सेवा शुरू करने के लिए काफी छूट की भी पेशकश की थी, लेकिन अभी तक ये योजना परवान नहीं चढ़ सकी।
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे का निर्माण
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए 3 हजार करोड़ रुपए का बजट में प्रावधान किया गया था। एक्सप्रेस वे सरकार की प्राथमिकता में है। इसका निर्माण बड़ी तेजी से हो रहा है। उम्मीद की जा रही है कि निर्धारित समय में यह काम पूरा हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट का निर्माण पीपी मॉडल के तहत किया जा रहा है, जबकि इसकी मॉनीटरिंग यूपीईडा कर रहा है।