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यूपी: दिव्‍यांग पति को पीठ पर लेकर CMO ऑफिस पहुंची महिला, पढ़ें क्‍या है मामला

लखनऊ। यूपी के मुथरा में एक महिला अपने दिव्‍यांग पति को पीठ पर लेकर चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) के ऑफिस पहुंची. असर में यह सीएमओ ऑफिस में पति का विकलांगता सर्टिफिकेट लेने के लिए पहुंची थी. हालांकि यूपी सरकार के मंत्री ने इसकी निंदा की है. कुछ दिनों पहले ऐसा ही एक मामला बिजनौर में सामने आया था जब भारत बंद के प्रदर्शन के दौरान एक शख्‍स अपने बुजुर्ग पिता को कंधे पर लेकर अस्‍पताल लेकर गया था.

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ANI UP

@ANINewsUP

Mathura: A woman was seen carrying her differently-abled husband on her back to office of chief medical officer to obtain a disability certificate, says’ we have no access to a wheel-chair or a tricycle. We went to many different offices but still have not got the certificate.’

महिला का कहना है कि उसके पति के पास व्‍हीलचेयर और ट्राईसाइकिल नहीं है. इसकी वजह से उसे पति को पीठ पर लेकर सीएमओ ऑफिस आना पड़ा. महिला का कहना है कि पति की विकलांगता का सर्टिफिकेट लेने के उसने कई दफ्तरों के चक्‍कर काटे लेने उन्‍हें अभी तक सर्टिफिकेट नहीं मिला है.

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Mathura: A woman was seen carrying her differently-abled husband on her back to office of chief medical officer to obtain a disability certificate, says’ we have no access to a wheel-chair or a tricycle. We went to many different offices but still have not got the certificate.’ pic.twitter.com/nqtHetCOtZ

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It is a sad incident to happen in a civilised world. We will inspect the case and help accordingly: UP Minister Bhupendra Chaudhary pic.twitter.com/xDybvh9Mft

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 वहीं यूपी के मंत्री भूपेंद चौधरी ने कहा कि सभ्‍य दुनिया में एक दुखद घटना है. हम इस मामले की जांच करेंगे और जैसे भी होगा उस महिला की मदद करेंगे.

आपको बता दें कि इससे पहले बिजनौर में एससी-एसटी एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ भारत बंद के दौरान हो रहे प्रदर्शन की वजह से सही समय पर अस्पताल न पहुंचने की वजह से एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि एंबुलेंस समय पर बुजुर्ग को प्रदर्शन की वजह से अस्पताल नहीं पहुंचा पाया. इस स्थिति में उसके बेटे ने बुजुर्ग पिता को कंधे पर उठा कर करीब एक किलीमीटर तक पैदल चला. लेकिन जब तक अस्‍पताल पहुंचा तब तक बुजुर्ग पिता की मौत हो चुकी थी.