Breaking News

BIG BREAKING- यूपी के शाहजहांपुर में जिला प्रशासन की जेबें गरम कर बिना लाईसेन्स के चल रहे हैं 45 पेट्रोल पंप

लखनऊ। यूपी के शाहजहांपुर में पेट्रोल पम्पों के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। यहां 45 पेट्रोल पम्प 2014 से बिना लाईसेन्स के ही चल रहे हैं। खास बात ये है कि बिना लाईसेन्स केे ये पेट्रोल पम्प जिला प्रशासन की जानकारी में चल रहे हैं। मामला आलाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद अब अधिकारी बहानेबाजी में जुटे है और जल्द ही कार्यवाही की बात कर रहे हैं। चिप से तेल चोरी करने का सबसे पहला मामला यूपी के शाहजहांपुर में ही 2014 में पकड़ा गया था। इसके बाद ही लखनउ में पेट्रोल पम्प पर चिप पकड़ी गई है। लेकिन यहां अब पेट्रोल पम्प के मामले में नया खुलासा हुआ है।

बिना लाईसेन्स के ही चल रहे हैं 45 पेट्रोल पम्प

यहां 2014 से ही 45 पेट्रोल पम्प बिना लाईसेन्स के चलाए जा रहे है। वी0के0 कपूर, उप्र पेट्रोल पम्प एशेसिएशन के उपाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि 2014 में जब पेट्रोल पम्प स्वामियों ने अपने लाईसेन्स नवीनीकरण के आवेदन किया तो जिला पूर्ति विभाग ने उन्ही लोगों के लाईसेन्स रिन्यूवल किये, जिन्होने अधिकारियों की जेबे गरम कर दी थी। इसके बाद जिन बाकी लोगो के पेट्रोल पम्प के लाईसेन्स का नवीनीकरण ही नही किया गया और तब से अभी तक 128 में से 45 पेट्रोल पम्प बिना लाईसेन्स के ही चल रहे हैं। पेट्रोल पम्प मालिकों की माने तो उन्होने लाइसेन्स नवीनीकरण के लिए दी जाने वाली फीस भी जमा कर दी है, लेकिन जिला पूर्ति विभाग अपनी मनमानी पर अड़ा रहा है। फिल्हाल पेट्रोल पम्प स्वामी इसके लिए जिला प्रशासन को जिम्मेदार मान रहे है।।

पेट्रोल पंपों पर कार्यवाही से क्यों कतरा रहा है जिला प्रशासन ?

सभी 45 पेट्रोल पम्प पम्प 2014 से बिना लाईसेन्स के ही ग्राहको को पेट्रोल और डीलज की बिक्री कर रहे थे। बिना लाईसेन्स के पेट्रोल पम्प  चलाना वैसे तो ये अपने आप में एक बड़ा अपराध है, जिसके लिए उन पर कार्यवाही भी की जा सकती थी। लेकिन इस मामले में हर बार जिला पूर्ति विभाग और पेट्रोल पम्प मालिक एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते रहे। लेकिन मामले का खुलासा होने पर  जब अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व  अधिकारी सर्वेश कुमार दीक्षित से बात की गई बो भी गोल मोल जवाब देकर जल्ही ही इस मामले में कार्यवाही की बात कर रहे हैं।हालाकि तेल में खेल का गोरखधन्धे का मामला सबसे पहले शाहजहांपुर में ही पकड़ा गया था और अभी भी कई पेट्रोल पम्पों पर ये खेल चल रहा है। इसके लिए पुलिस और प्रशासन की टीमें छापेमारी भी कर रही है। लेकिन सवाल ये उठता है कि अभी तक जिला प्रशासन ने यहां बिना लाईसेन्स के चल रहे  45 पेट्रोल पम्प पर कोई एक्शन क्यों नही लिया और नही जिला पूर्ति विभाग अधिकारी के खिलाफ ही कोई कार्यवाही की गई जिसकी जानकारी में 2014 से बिना लाईसेन्स के ही 45 पेट्रोल पम्प ग्राहकों को तेल बेंचते रहे।