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मोदी के महाफैसले से सड़क पर देश के ‘कुबेर’…80 हजार करोड़ रुपये हुए स्वाहा !

pic-2-%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%8f%e0%a4%ae-%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%a6%e0%a5%80-7पीएम मोदी के नोट बैन वाले फैसले से देश के बड़े उद्योगपतियों को भी भारी नुकसान होता दिख रहा है। जानिए…किस उद्योगपति को कितना नुकसान हो रहा है।

नई दिल्ली । पीएम मोदी ने 8 नवंबर को 500 और 1000 रुपये के नोट पर बैन लगाने का फैसला लिया था और उसके बाद से पूरे देश में हड़कंप मच गया था। इस बीच देशभर की बड़ी कंपनियों के बड़े बिजनेस सूरमाओं को भी बड़ा नुकसान होता दिख रहा है। दरअसल नोट बैन का सीधा असर स्टॉक मार्केट पर भी देखने को मिल रहा है और इस दौरान बाजार में मौजूद दिग्गज कंपनियों के मार्केट कैप में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। मोदी के फैसले के बाद से देश के बड़े अरबपतियों के करीब 80 हजार करोड़ रुपये डूब गए हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि नोट बैन का सबसे ज्यादा असर कुमार मंगलम बिड़ला की कंपनियों पर देखने को मिला है ।

जबसे देश के प्रधानमंत्री ने नोट बन का फैसला लिया है, बताया जा रहा है कि तबसे कुमार मंगलम बिड़ला के ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप कुल 20 हजार करोड़ से ज्यादा घटा है। इस तरह कहा जा रहा है कि देश के अरपतियों के बैंक बैलेंस में भी कमी आई है। रिपोर्ट में लिखा गया है कि आदित्य बिड़ला ग्रुप की 6 कंपनियों का कुल मार्केट कैप 20301 करोड़ रुपये घटा है। बताया जा रहा है कि ये किसी भी लीडरशिप का एक हफ्ते में हुआ सबसे बड़ा नुकसान है। इसके बाद नंबर आता है आनंद महिंद्र की कंपनियों का, जिसका मार्केट कैप 15808 करोड़ रुपये घटा है। आनंद महिंद्र ग्रुप की कुल चार कंपनियों को इतना बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। इस लिस्ट में वेंदाता के सर्वेसर्वा अनिल अग्रवाल की भी कंपनियों का कुल 2379 करोड़ रुपये का मार्केट कैप घटा है।

इस बीच सन फार्मा रिसर्च कंपनी की मार्केट कैप में भी जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। इस कंपनी को कुल मिलाकर 9747करोड़ रुपये के मार्केट कैप की चपत लगी है। अब बात रिलायंस एडीए ग्रुप की कर लेते हैं। अनिल अबानी की इस कंपनी का कुल मार्केट कैप 5802 करोड़ रुपये घटा है। अनिल अंबानी की चार कंपनियों को बड़ा नुकसान हुआ है। इसके अलावा रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ का मार्केट कैप भी जबरदस्त तरीके से घटा है। के पी सिंह की इस कंपनी का मार्केट कैप 5778 करोड़ रुपये घटा है। इसके अलावा आदि गोदरेज की कंपनी की कुल मार्केट कैप में 5449 करोड़ रुपये की भारी कमी देखने को मिली है। अब बात देश के सबसे बड़े बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की करते हैं आपको बताते हैं कि उन्हें इस फैसले के बाद कितना नुकसान हुआ है।

भारत के सबसे रईस शख्स मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को भी नोट बैन के फैसले का भारी नुकसान झेलना पड़ा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की कुल मार्केट कैप में 3746 करोड़ रुपये की कमी आई है। पीएम मोदी के फैसले के बाद से गौतम अडानी की कंपनी को भी 1076 करोड़ रुपये के मार्केट कैप का नुकसान झेलना पड़ा है। अब बात करते हैं सुनील भारती मित्तल की, जिन्हें भी नोटबैन का बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सुनील भारती मित्तल की दो कंपनियों को 531 करोड़ के मार्केट कैप का नुकसान झेलना पड़ा है। कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि मोदी के एक फैसले से देश के बड़े उद्योगपतियों को भी करारा झटका लगा है। इससे उबरने में कितना वक्त लगेगा, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।