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मेरठ और श्रीनगर में ईद की नमाज के बाद पुलिस और सुरक्षा बलों हुआ हमला, मेरठ में परीक्षितगढ़ थाना फूंकने का प्रयास, फायरिंग

मेरठ/श्रीनगरउत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में हावी हो चुके दहशतगर्ज पश्चिमी उत्तर प्रदेश को दंगे की आग में झुलसाने में लगे हैं। आज मेरठ में ईद की नमाज के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने परीक्षितगढ़ थाने पर हमला बोल दिया।

मेरठ में ईद के कारण जगह-जगह पर तैनात पुलिस के थाना में कम होने के कारण उपद्रवियों ने परीक्षितगढ़ थाना पर हमला बोल दिया। इन सभी ने पहले पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इसके बाद पथराव तथा फायरिंग शुरू कर दी। इनमें से कुछ ने थाना फूंकने का भी प्रयास किया। जिस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी हवाई फायरिंग की।

इस प्रकरण में दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हो गए, जबकि कई पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं। बाद में किसी तरह पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाया और उन्हें थाने से दूर भगाया।

घटना की वजह हत्या के आरोप में पूछताछ के लिए उठाए गए एक युवक को छोडऩा बताया जा रहा है। दो दिन पूर्व एक मुस्लिम युवक अमिताभ पुत्र बिल्लू की हत्या कर दी गई थी। परिजनों ने वसीम और नदीम पर हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने केस रजिस्टर्ड कर छानबीन शुरू की और वसीम को पकड़ लिया।

पूछताछ में वसीम ने हत्या की बात कबूली। इसके बाद चार और युवकों को पुलिस ने हिरासत में लिया। इनमें एक हिंदु युवक नागेश शर्मा भी था। रात से क्षेत्र के लोगों में रोष था। उनका कहना था कि हिंदू होने की वजह से ही दबाव बना और पुलिस ने उसे छोड़ दिया जो कि पूरी तरह से गलत है।

आज सुबह ईद की नमाज पढऩे के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने थाने का रुख किया। इनके साथ में महिलाएं और बच्चे भी पहुंचे। यहां इन्होंने पुलिस पर गलत कार्रवाई का आरोप लगाते हुए थाने पर पथराव कर दिया।

वहीं जम्मू-कश्मीर समेत देश भर में ईद का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। कश्मीर में लोगों का हुजूम मस्जिदों, दरगाहों और ईदगाहों पर विशेष प्रार्थनाओं के लिए जुटा। ईद के लिए विशेष प्रार्थना के लिए सबसे ज्यादा भीड़ हजरतबल में उमड़ी। अधिकारियों ने बताया कि यहां करीब 50 हजार लोगों ने नमाज अदा की। इसके अलावा, पुराने शहर के ईदगाह में भी 40 हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। घाटी में कई जगहों से नमाज के बाद पथराव और प्रदर्शनकारियों व सुरक्षाबलों में भिड़ंत की खबरें भी आ रही हैं। हालांकि, अधिकतर जगहों पर हालात शांतिपूर्ण रहे।

पुलिस ने कहा कि अनंतनाग, सोपोर, कुलगाम, पुलवामा और पट्टन शहरों में झड़पों में 10 प्रदर्शनकारी घायल हो गए। अनंतनाग में जंगलात मंडी में नमाज के तुरंत बाद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। अनंतनाग में करीब एक घंटे तक छिटपुट झड़पें जारी रहीं। बारामुला जिले के सोपोर और पट्टन शहरों में भी ईद की नमाज के बाद झड़पों की खबरें मिली हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘सुरक्षाबल इन स्थानों पर पत्थरबाजों से निपटने के लिए अत्यधिक सावधानी बरत रहे हैं।’ घाटी में अन्य स्थानों पर ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई।

मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उच्च सुरक्षा वाले सोनावार इलाके की एक मस्जिद में ईद की नमाज अदा की। सुरक्षा कारणों से कई मंत्रियों, शीर्ष असैन्य और पुलिस अधिकारियों ने जिला पुलिस लाइन्स मस्जिद में सुबह 6.30 बजे नमाज अदा की। कश्मीर के डीजीपी ने रविवार को एक दिशा-निर्देश जारी कर पुलिसवालों और वीआईपी व्यक्तियों को केवल सुरक्षित स्थानों पर ही ईद की नमाज अदा करने को कहा था। वहीं, अधिकारियों ने सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक जैसे टॉप अलगाववादी नेताओं को नजरबंद करके रखा है। अधिकारियों को इस बात का डर है कि ईद के मौके पर जुटने वाले लोगों के बीच उनकी मौजूदगी हिंसा भड़का सकती है। जेकेएलएफ चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक को प्रिवेंटिव कस्टडी में लेकर श्रीनगर के सेंट्रल जेल भेज दिया गया है।

बता दें कि कश्मीर के हालात फिलहाल बेहद तनावपूर्ण हैं। आतंकियों के एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों पर आम लोगों द्वारा पथराव की घटनाएं आम हो चली हैं। हाल ही में नौहट्टा के जामिया मस्जिद के बाहर तैनात एक डीएसपी की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। भीड़ ने उन्हें जासूस समझकर पकड़ लिया था। आरोप है कि वह मस्जिद में घुसने वाले लोगों की तस्वीरें खींच रहे थे। इस हत्या में अलगाववादी नेता मीरवाइज का भी नाम सामने आया था। घटना के वक्त वह मस्जिद के अंदर ही मौजूद थे। प्रदेश के डीजीपी ने भी शक जाहिर किया था कि इस हत्या में मीरवाइज के लोगों का ही हाथ है।