Breaking News

मुलायम ने मान ली हार, अकेले नहीं बनेगी सरकार

कुछ भी हो पर समाजवादियों की सरकार नहीं बन सकती
mulayam-rajatjayantiलखनऊ। समाजवादी पार्टी के 25 साल पूरे होने के अवसर पर अयोज‍ित रजत जयंती समारोह में सपा मुख‍िया मुलायम अलग ही अंदाज में नजर आए। मुलायम ने न तो केंद्र की मोदी सरकार पर कोई हमला किया और न ही विपक्ष पर किसी तरह का प्रहार किया। संबोधन के दौरान मुलायम ने सपा में फूट की सच्चाई को न सिर्फ कबूला बल्कि बिना गठबंधन के सरकार नहीं बन पाने की बात कही।
मुलायम सिर्फ सपाईयों को हिदायत देते नजर आए। मुलायम सिंह यादव ने अपने पूरे संबोधन में एक बात उन्होंने साफ कर दी कि यूपी में बिना गठबंधन के चुनाव में समाजवादियों को सफलता नहीं मिलने वाली।

मुलायम सिंह यादव ने कहा कि कुछ भी हो पर यह बात सभी जान लें कि अगर कुछ लोगों से हाथ नहीं मिलाया गया तो, यूपी में समाजवादियों की सरकार किसी भी सूरत में नहीं बन पाएगी। इसलिए समान विचारधारा वाले लोगों से हाथ मिलाकर ही चुनाव में उतरना होगा।

इसके साथ सपा मुख‍िया मुलायम ने यह भी कह दिया समाजवादी आंदोलन इसलिए नहीं छेड़ा गया कि सत्ता हासिल कर राज किया जाए, समाजवादी आंदोलन गरीबों, महिलाओं व भूखे पेट सोने वालों को सभी सुव‍िधाएं मुहैया कराने के लिए छेड़ा गया है। उन्होंने कहा कि विडम्बना यह है कि अब समाजवादियों में समाज के सरोकारों से ज्यादा सरकार बनाने की बात होती है।

मुलायम का कहना है कि सभी समाजवादियों को यह देखना चाहिए कि हमारे आसपास कौन कहा भूखा सो रहा है। सबको पेट भर भोजन कैसे मिले यह भी देखने की जरूरत है। जब तक समाजवादी लोग यह काम नहीं करेंगे तब तक समाजवादी आंदोलन का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाएगा।

सपा मुख‍िया मुलायम सिंह यादव ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री अख‍िलेश यादव से सवाल किया। मुलायम ने मुस्लिम वोट बैंक को साधने के लिए मुख्यमंत्री को ही नसीहतें दे डालीं। उन्होंने कहा कि “पूरे देश में मुसलमानों पर जुल्म हो रहे हैं। यूपी में समाजवादियों की सरकार है इसलिए मुख्यमंत्री को देखना चाहिए कि यहां के मुसलमान अत्याचार के श‍िकार तो नहीं हो रहे हैं। इसके लिए प्रदेश की सकरार को आगे बढ़कर मुसलमानों में सुरक्षा व विश्वास जगाने के लिए उनकी समस्याओं को नजदीक से जानना होगा।

सपा मुख‍िया ने अपने संबोधन में युवाओं को फिर डपटने के अंदाज में कहा कि केवल नारेबाजी से काम नहीं चलने वाला। अपने आसपास समाज में गरीबों व मजदूरों व भूखे सोने वालों की मदद के लिए आगे आना होगा। केवल अपने खेत में अनाज पैदा करने तक सीमित होने के बजाए अपने आसपास के खेतों में भी खूब अनाज पैदा हो इसके लिए सभी को एकजुट होकर काम करना होगा।