कासगंज। विधानसभा चुनाव 2017 को लेकर सपा, भाजपा, कांग्रेस के साथ अन्य पार्टियों एड़ी-चोटी का दम लगा रही हैं। किसी भी तरह बहुमत साबित करना चाहती हैं। इस सबके बीच मायावती का पार्टी बसपा पार्टी का जनाधार दिन प्रतिदिन कम होता जा रहा। अब तक छह प्रत्याशी बदले जा चुके हैं। प्रत्याशी घोषित किए गए प्रो. नीरज मिश्रा को पार्टी से निकाल दिया गया है। इससे कार्यकर्ता गुस्से में हैं। उन्होंने मायावती को इस्तीफे सौंप दिए हैं और अनेक आरोप लगाए हैं।
अब तक छह प्रत्याशी घोषित
पटियाली विधानसभा क्षेत्र पर गौर किया जाए तो अब तक छह प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं। संघमित्र मौर्या, सत्तन शाक्य, जहीर अहमद, धीरेन्द्र बहादुर सिंह चौहान, प्रो. नीरज मिश्रा शामिल हैं। बताया जा रहा है इन सभी प्रत्याशियों ने अब तक क्षेत्र में लाखों रूपये खर्च कर दिया। इसके बावजूद पार्टी ने फिर प्रत्याशी बदल दिया है। मिश्रा के स्थान पर अभी किसी को प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है।
आहत हैं कार्यकर्ता
विधानसभा क्षेत्र पटियाली में बसपा ने अपने विधायक पद के उम्मीदवार को लेकर जो रणनीति बनाई है उससे क्षेत्रीय नागरिकों के साथ साथ खुद बसपा कार्यकर्ता भी आहत हैं। पटियाली विधानसभा के बसपा पदाधिकारियों ने अपने इस्तीफे कोऑर्डिनेटरों और जिलाध्यक्ष के माध्यम से बसपा सुप्रीमो को भेजकर नाराजगी व्यक्त की है। साथ पदों से इस्तीफे दे दिए हैं।
टिकट को मजाक बनाया
कोऑर्डिनेटर और बसपा जिलाध्यक्ष डीपी राना को बसपा कार्यकर्ताओं द्वारा दिये गये त्यागपत्र में रोष प्रकट करते हुए कहा गया है- बार-बार पार्टी द्वारा प्रत्याशी बदला जा रहा है। टिकट को मजाक बनाकर रख दिया है। बसपा पदाधिकारियों की राय को दरकिनार किया जा रहा है। इसी कारण त्याग पत्र सौंप रहे हैं। विदित हो कि बसपा ने विधानसभा पटियाली से कई प्रत्याशियों का नाम घोषित कर उनको लालीपॉप थमाने का काम किया है।
इन्होंने दिये त्यागपत्र
त्याग पत्र देने वाले पदाधिकारियों में पवन सिंह गौतम विधानसभा अध्यक्ष, चंद्रगुप्त बौद्ध महासचिव, भगवती प्रसाद शाक्य कोषाध्यक्ष, डॉ. अरविंद कुमार, कमल मिश्रा, नरेंद्र कुमार, गिरीश चंद्र दिवाकर, महासचिव, डॉ. जयचंद्र प्रधान, श्रीपाल जाटव, विजय राजपूत, सुभाष चंद्र शाक्य सहित अनेक कार्यकारिणी सदस्य शामिल हैं।