Breaking News

महाराष्ट्र निकाय चुनाव: बीजेपी को सबसे ज्यादा फायदा, नतीजे लौटाएंगे फडणवीस की मुस्कान

मुंबई। महाराष्ट्र निकाय चुनाव के संभावित नतीजे बीजेपी और राज्य के सीएम देवेंद्र फडणवीस के लिए राहत लेकर आने वाले हैं। गुरुवार को हुई वोटों की गिनती के बाद आने वाले रुझानों से इस वक्त सबसे ज्यादा खुश होने वालों में फडणवीस भी होंगे।

दरअसल, शिवसेना ने बीजेपी से दशकों पुराना नाता तोड़ते हुए अकेले ही मैदान में उतरने का फैसला किया। शुरुआती रुझानों को देखें तो उसका यह फैसला सही साबित होता नजर आ रहा है। वहीं, बीजेपी के लिए भी ये नतीजे किसी बड़ी खुशखबरी से कम नहीं। मुंबई नगर निगम में पार्टी को दोगुना फायदा होता नजर आ रहा है। बीएमसी चुनाव में पिछली बार महज 31 सीट हासिल करने वाली बीजेपी दोपहर एक बजे तक 56 सीटों पर आगे थी। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि बीजेपी को इस बार 60 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। अन्य निगमों के नतीजे में भी बीजेपी मैदान मारती नजर आ रही है। दोपहर तक 10 में से 7 में पार्टी ने बढ़त बनाकर रखी थी। इनमें से कुछ ऐसे निगम भी हैं, जहां पार्टी की कोई खास जमीन नहीं थी। कुल मिलाकर, महाराष्ट्र निकाय के नतीजों में अगर किसी पार्टी को सबसे ज्यादा फायदा होता दिख रहा है, तो वह बीजेपी है।

फडणवीस के लिए प्रतिष्ठा प्रश्न
शिवसेना के गठबंधन तोड़ने से तिलमिलाई बीजेपी के चुनाव प्रचार की कमान खुद सीएम फडणवीस ने संभाल रखी थी। उन्होंने 22 चुनावी सभाओं को संबोधित किया। मुंबई शहर में उनकी तस्वीरों वाले 1 हजार से ज्यादा होर्डिंग और बैनर लगाए गए थे। सीएम ने मीडिया से बातचीत में भरोसा जताया था कि शिवसेना से गठबंधन की जरूरत नहीं होगी और उनकी पार्टी बीएमसी की सत्ता पर काबिज होगी। फडणवीस ने एक चैनल से बातचीत में यहां तक कहा कि अगर पार्टी को हार मिलती है तो यह उसकी जिम्मेदारी उनकी होगी। जाहिर है कि फडणवीस ने इन चुनावों को अपना प्रतिष्ठा प्रश्न बना लिया था। भले ही मुंबई नगर निगम की कमान शिवसेना के हाथों में जाते दिख रही हो, लेकिन राजनीतिक जानकार बीजेपी की उपलब्धि को भी कम नहीं आंकते। ऐसे में बीएमसी में मजबूत हुई बीजेपी की इस जीत का श्रेय फडणवीस ले सकते हैं।

तेज होगी जंग?
महाराष्ट्र की सत्ता की हिस्सेदार शिवसेना और बीजेपी मुंबई में पहले और दूसरे नंबर पर आती नजर आ रही है। हालांकि, दोनों पार्टियों के रिश्ते बीते कुछ वक्त में तल्ख हो चले हैं। निकाय चुनाव में गठबंधन तोड़ने को छोड़ भी दें तो दोनों ही पार्टियों की ओर से जुबानी जंग जारी है। शिवसेना ने पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी को काफी वक्त से निशाने पर ले रखा है। वहीं, बीजेपी के प्रचार अभियान के दौरान फडणवीस ने बीएमसी में व्याप्त भ्रष्टाचार के लिए सीधे सीधे शिवसेना को जिम्मेदार ठहराया। ऐसे में निगम चुनाव के नतीजों के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों के बीच की जारी सियासी जंग पर विराम लगेगा या और यह और तेज होगी?