नई दिल्ली। आयकर विभाग ने कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डी.के. शिवकुमार के घर / परिसर और अन्य जगहों पर अब अपनी खोजबीन का पूरा काम समाप्त कर दिया है। इनकम टैक्स विभाग की यह छापेमारी कई दिनों तक चली। एक रिपोर्ट के अनुसार शिवकुमार के साथ-साथ उनके रिश्तेदारों और मित्रों पर भी पूरे कर्नाटक से लेकर दिल्ली तक खोजबीन की गई।
आयकर विभाग के एक वरिष्ठ ने बताया कि “मंत्री के साथ-साथ उनके रिश्तेदारों और दोस्तों के खिलाफ हमारी खोज और जब्ती की कार्रवाई अब लगभग समाप्त हो चुकी है। अब केवल औपचारिकताएं ही बाकी हैं। अधिकारी ने बताया कि जब्त की गई सामग्री का संग्रह करने और दस्तावेज देखने में समय लगता है इसलिए अब अधिकारियों को यह तय करना है कि इन दस्तावेजों का अब क्या किया जायेगा।
आयकर अधिकारी ने स्वीकार किया कि डी. के शिवकुमार पर की जा रही छापेमारी ऑपरेशन तकरीबन 80 घंटे तक तक चली और 67 स्थानों पर छापेमारी की गई। इस छापेमारी में इनकम टैक्स विभाग के 300 अफसर शामिल थे। अधिकारी का कहना है कि अब वह ये तय किया जायेगा कि कब उनकी खोज टीम इस मामले में जब्त दस्तावेजों को सार्वजनिक करेगी।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट कर्नाटक और गोवा क्षेत्र के अधिकारी ने कहा, “केवल जांच दल के निदेशक जनरल ही तय कर सकते हैं कि कब और कौन सी जानकारी सार्वजनिक करनी है। कांग्रेस मंत्री के घर छापे 2 अक्तूबर को 7 बजे शहर में कनकपुरा और दक्षिण दिल्ली में मंत्री के निवास पर शुरू हुए और शनिवार दोपहर तक चले। साथ ही इस टीम को केंद्रीय रिजर्व पुलिस की सुरक्षा दी गई थी।
इनकम टैक्स की टीम ने इस दौरान मंत्री डी.के. शिवकुमार के भाई डीके सुरेश पर भी बेंगलुरु के रमनगरा में छापेमारी की। इसके अलावा मैसूर में शिवकुमार के ससुर और साले के घर के अलावा उनके ज्योतिषी द्वारकानाथ गुरुजी पर भी छापेमारी की गई। राज्य में बेंगलुरु और हसन में मंत्री के व्यापारिक सहयोगियों पर भी छापे मारे थे।