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भारत बंद: यूपी हिंसा में दो की मौत, बीएसपी विधायक सहित हिरासत में 448 लोग

लखनऊ। भारत बंद के दौरान सोमवार को हुई हिंसा में उत्तर प्रदेश में दो लोगों की मौत हो गई जब कि तीन लोग घायल हो गए हैं. पुलिस ने बताया कि पश्चिमी उत्तरप्रदेश के कई शहरों में हिंसा हुई, वहीं मेरठ में बीएसपी के पूर्व विधायक योगेश वर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है.

इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के कई जिलों में उग्र प्रदर्शन कर रहे लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.

उत्तरप्रदेश के प्रमुख सचिव अरविंद कुमार ने बताया कि मुजफ्फरनगर में हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई वहीं प्रदर्शन के दौरान एक व्यक्ति की मेरठ में मौत हुई है.

हिंसा और प्रदर्शन में करीब 35 से 40 पुलिसकर्मी और 30 से 35 प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं. इसके साथ ही  सरकारी और निजी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा है. इन चार जिलों में 448 लोगो को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. इन जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल भी भेजी गई. इस दौरान इन जिलों में सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी गई .

पुलिस उप महानिरीक्षक( कानून व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने सोमवार को बताया कि प्रदेश के चार जिलों मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड़ और आगरा में प्रदर्शन के दौरान हिंसा की घटनायएं सामने आई हैं. इसके अलावा कुछ अन्य जिलों में भी छोटी-छोटी घटनाएं हुई हैं, जबकि प्रदेश के 90 फीसदी हिस्से में पूरी तरह से शांति रही.

योगी आदित्यनाथ ने की शांति बनाए रखने की अपील

इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एससी एसटी एक्ट से संबंधित सुप्रीम कोर्ट की हाल की व्यवस्था को लेकर राज्य के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन कर रहे लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी.

मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनकारियों से अपील की थी कि किसी भी प्रकार ऐसी स्थिति ना पैदा हो जिससे कानून- व्यवस्था की स्थिति खराब हो. हमारी संवेदना एससीएसटी और वंचित तबकों के सभी नागरिकों के प्रति है. उनके कल्याण और सुरक्षा के लिए हमारी सरकारें पूरी संजीदगी के साथ युद्धस्तर पर काम कर रही हैं.

कुमार ने बताया कि मुजफफरनगर में गोली लगने से एक गंभीर घायल व्यक्ति की अस्पताल में मौत होने की सूचना है, जबकि हापुड़ जिले में गोली लगने से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है. वहीं, मेरठ में भी एक व्यक्ति के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है. इसके अलावा 35 से 40 पुलिसकर्मी भी घायल हैं, लेकिन यह संख्या अभी बढ़ सकती है. वहीं 30 से 35 प्रदर्शनकारी भी घायल है और यह संख्या भी बढ़ सकती है.

लाठी और आंसूगैस का किया गया इस्तेमाल

उन्होंने बताया कि हिंसा की घटना की जानकारी मिलते ही मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड. और आगरा में आठ कंपनियां आरएफएफ पुलिस बल और पांच कंपनी पीएसी की भेजी गई थी. उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए केवल लाठीचार्ज और आंसूगैस के गोले छोड़े.

पुलिस उप महानिरीक्षक कानून व्यवस्था ने बताया कि शाम से किसी जिले से किसी अप्रिय घटना का समाचार नहीं मिला है.

उधर दूसरी ओर इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के कई जिलों में उग्र प्रदर्शन कर रहे लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

इस बीच, प्रदेश के गृह विभाग के प्रमुख सचिव अरविन्द कुमार ने बताया कि गाजियाबाद समेत कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों द्वारा रेलगाड़ियां रोके जाने की बात सामने आई थी. इसके लिए सभी प्रभावित जिलों में आवश्यक बल भेजे गए थे. सभी से अपील है कि कानून अपने हाथ में ना लें. शांति व्यवस्था बनाए रखें, सरकार विधि के अनुरूप मसले का हल निकालने की कोशिश कर रही है.

प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ. पी. सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने कुछ बसों में आग लगा दी. हालांकि स्थिति पर पूरी तरह काबू पा लिया गया