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भारत के पहले चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव की शानदार शुरुआत, सचिन भी हुए मुरीद

धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में खेले जा रहे टेस्ट सीरीज के निर्णायक मैच में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 300 रन पर समेटने में कामयाब रही। कंगारुओं को बांधने में 22 साल के कुलदीप यादव की अहम भूमिका रही। अपने पहले ही टेस्ट मैच में हीरो बनकर उभरे भारत के इस पहले ‘चाइनमैन’ गेंदबाज ने चार विकेट चटकाए। सचिन तेंडुलकर भी यादव की बोलिंग के मुरीद बन गए हैं। मैच में भारत के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन हालांकि एक विकेट ले पाए, लेकिन उन्होंने इसके साथ ही एक और रेकॉर्ड अपने नाम किया। अश्विन ने स्मिथ को आउट कर टेस्ट क्रिकेट के एक सत्र में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रेकॉर्ड बनाया।

कुलदीप की गेंदबाजी से खुश सचिन ने ट्विटर पर लिखा, ‘कुलदीप यादव की शुरुआत और विविधता से मैं प्रभावित हूं। ऐसे ही मजबूती से आगे बढ़ते रहो। यह मैच आपको चमकाने वाला हो सकता है।’ कुलदीप की गेंदबाजी से पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क भी मोहित हो गए। बॉलिवुड ऐक्टर शाहरुख खान ने भी कुलदीप को शुभकामनाएं दीं।

I am impressed with @imkuldeep18‘s variations and the way he has started. Keep going strong, this can be your match to shine.

कुलदीप भारत की तरफ से खेलने वाले 288वें टेस्ट क्रिकेटर बने। सुबह प्लेइंग इलेवन में शामिल होकर सबको चौंकाने वाले कुलदीप यादव ने पहला शिकार डेविड वॉर्नर को बनाया। उत्तर प्रदेश के चाइनामैन लेफ्ट आर्म स्पिनर कुलदीप अपने टेस्ट करियर का पहला विकेट लेकर भावुक हो गए। वॉर्नर को 56 के निजी स्कोर पर कुलदीप ने कप्तान अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। कुलदीप ने भारत की टीम को तब ब्रेक थ्रू दिलाया जब भारत को एक विकेट की सख्त दरकार थी। इसके बाद उन्होंने पीटर हैंड्सकॉम्ब, ग्लेन मैक्सवेल, पेट कुमिन्स को भी पविलियन भेजा। उन्होंने 23 ओवर में 68 रन देकर चार विकेट लिए।

कुलदीप का प्लेइंग इलेवन में सिलेक्शन किसी सरप्राइज से कम नहीं था। धर्मशाला की तेज मानी जाने वाली पिच पर जाडेजा, अश्विन के बाद कोई तीसरा स्पिनर भी इंडियन टीम खिलाएगी, ऐसा किसी के जेहन में न था। लेकिन सबकी अटकलें खराब करते हुए विराट कोहली और अनिल कुंबले की अगुआई वाले इंडियन थिंक टैंक ने यूपी रणजी टीम के लिए इस सीजन सबसे ज्यादा (35) विकेट चटकाने वाले कुलदीप पर भरोसा जताया।

भारत के पहले चाइनामैन
कुलदीप यादव भारतीय क्रिकेट इतिहास में लेफ्ट आर्म चाइनामैन स्टाइल के पहले बोलर भी बने। रविचंद्रन अश्विन की ऑफ स्पिन, जाडेजा की लेफ्ट आर्म स्पिन के बाद कुलदीप का इंडियन स्पिन अटैक का हिस्सा बनना इसलिए भी खास है क्योंकि इससे इस मजबूत मोर्चे पर एक नई वरायटी आएगी, जिसे खेलना विरोधी टीम के लिए आसान नहीं हेागा।

क्या होती है चाइनामैन बोलिंग
जब लेफ्ट आर्म स्पिनर बॉल को अंगुलियों की बजाय अपनी कलाई से स्पिन कराता है, तो उसे चाइनामैन बोलर कहते हैं। वेस्टइंडीज के एलिस आचोंग, जो क्रिकेट इतिहास के पहले चाइनामैन बोलर के तौर पर जाने जाते हैं, उनके चाइनीज लुक्स की वजह से कलाइयों के सहारे स्पिन कराने वाले बोलर को पिछली सदी में तीस के दशक से ‘चाइनामैन’ कहने की शुरुआत हुई।

सर गैरी सोबर्स इसी स्टाइल के बोलर थे। ऑस्ट्रेलिया के ब्रैड हॉग इस यूनीक बोलिंग स्टाइल की वजह से ही नैशनल और तमाम T20लीग की टीमों में अपनी जगह बढ़ती उम्र के बावजूद बनाए रखी।

अश्विन ने स्टेन को पीछे छोड़ा
इस सत्र में अश्विन कुल 79 विकेट ले चुके हैं। इस मुकाम पर पहुंचने वाले अश्विन ने साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन को पीछ छोड़ा। डेल स्टेन ने 2007-08 के सत्र में 78 विकेट अपने नाम किए थे। भले ही मौजूदा टेस्ट में अश्विन ने अभी तक एक ही विकेट अपने नाम किया है, लेकिन इस विकेट की बदौलत वह टेस्ट क्रिकेट के एक सीजन में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं।

डेल स्टेन से पहले यह रेकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा के नाम था। उन्होंने 1998-99 में टेस्ट क्रिकेट के एक सीजन में 66 विकेट अपने नाम किए थे। भारत के मौजूदा टेस्ट सीजन में अश्विन के अलावा रविंद्र जाडेजा भी अब 67 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। इस तरह मैकग्रा इस सूची में चौथे स्थान पर खिसक गए हैं। इस सूची में टॉप पांच बोलर की बात करें तो भारत की ओर से तीन गेंदबाज यहां मौजूद हैं। 5वें नंबर पर भारत के पूर्व दिग्गज गेंदबाज अनिल कुंबले हैं। कुंबले ने 2004-05 के सत्र में कुल 64 विकेट अपने नाम किए।