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भाई को पीटा, दबाव डालकर गलत बयान दिलाया: गुड़गांव केस में आरोपी की बहन

नई दिल्ली/हिसार। गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में बच्चे के मर्डर केस में अरेस्ट आरोपी बस कंडक्टर की फैमिली उसके बचाव में आगे आई है। आरोपी अशोक कुमार की बहन ने रविवार को कहा, “मेरे भाई को पीटा गया, दबाव डालकर उससे गलत बयान दिलाया गया है।” बहन ने ये भी कहा कि स्कूल की प्रिंसिपल ने पुलिस को रिश्वत दी है।

मामले में आरोपी बस कंडक्टर अशोक कुमार के पिता भी सामने आए हैं। पिता ने कहा, “मेरा बेटा ईमानदार है, उसे फंसाया गया है। बता दें कि रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को 7 साल के बच्चे का मर्डर हो गया था। तेजधार हथियार से उसका गला काटा गया था। इस मामले में अरेस्ट आरोपी बस कंडक्टर अशोक कुमार को 3 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है।
पुलिस का दावा- बस कंडक्टर ने जुर्म कबूला
गुड़गांव के डीसीपी सिमरदीप सिंह ने बताया था, “स्कूल बस के कंडक्टर ने बच्चे के साथ सेक्शुअल अब्यूज की कोशिश की। जब बच्चे ने चिल्लाने की कोशिश की तो कंडक्टर ने उसका मर्डर कर दिया। कंडक्टर अपनी जेब में चाकू लिए हुए था। वह वारदात की नीयत से ही बच्चों के टॉयलेट में घुसा था। आरोपी ने पूछताछ में खुद इस बात को माना है। वो स्कूल में पिछले 6-8 महीनों से काम कर रहा था।
स्कूल के टॉयलेट में मिली थी बॉडी
बच्चे की बॉडी स्कूल के टॉयलेट में मिली थी। उसका गला धारदार हथियार से रेता गया था। उसका एक कान भी पूरी तरह कट गया। बच्चा दूसरी क्लास में पढ़ता था।
आरोपी ने क्या बयान दिया था?
आरोपी अशोक कुमार ने कहा था, ”मेरी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी। मैं बच्चों के टॉयलेट में था। वहां गलत काम कर रहा था। तभी वह बच्चा आ गया। उसने मुझे देख लिया। मैंने उसे पहले देखा धक्का दिया। फिर खींच लिया। वह शोर मचाने लगा तो मैं डर गया। फिर मैंने उसे दो बार चाकू से मारा। उसका गला रेत दिया। जब उससे पूछा गया कि उसने क्या पहले भी किसी बच्चे को सेक्शुअली एब्यूज किया है, तो आरोपी ने कहा- ”नहीं। ये पहली बार था। मैं घबरा गया था। पता नहीं कैसे हो गया। मेरी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी। मैं गलत काम करना चाहता था। लेकिन किया नहीं। चाकू के बारे में पूछे जाने पर अशोक ने कहा, ”वो सब्जी काटने वाला चाकू था। वो गंदा हो गया था। उसे साफ करने के लिए मैं टॉयलेट तक ले आया था। उसी से बच्चे का गला रेता।”
यह पूछने पर कि क्या बच्चों का टॉयलेट इस्तेमाल करने से उसे किसी ने रोका नहीं? अशोक ने बताया- “हम वहां जाते रहते थे। कई बार देख लिए जाते थे तो हमें टोका जाता था।
मेरा बेटा बस से स्कूल नहीं जाता था: मां
कंडक्टर की गिरफ्तारी के बाद मृतक बच्चे की मां सुषमा ने कहा था कि बेटे की हत्या के पीछे मामला कुछ और है। मां ने कहा था, “मेरा बेटा तो बस से स्कूल जाता ही नहीं था तो बस कंडक्टर उसे क्यों मारेगा? मुझे पुलिस पर भरोसा नहीं है, इसकी सीबीआई जांच करे। हो सकता है कि मेरे बच्चे ने टॉयलेट में स्कूल से जुड़े कुछ लोगों को कुछ गलत करते हुए देख लिया हो, जिसके बाद सच्चाई को दबाने के लिए ही उसकी हत्या कर दी गई।