Breaking News

बुलंदशहर गैंगरेप केस: बयान को लेकर आजम खान के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर

azam-khan1 (1)रामपुर। यूपी के बुलंदशहर में हुए गैंगरेप केस को राजनीतिक साजिश करार देने वाले कैबिनेट मंत्री आजम खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मुक़दमे की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. इस मामले पर यूपी के कैबिनेट मंत्री आज़म खान ने कहा हमारी क्या खता है? इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि, रेप पीड़िता और सुप्रीम कोर्ट के बारे में हम कुछ नहीं कह सकते.

ये बेहद ही घटिया बात है

केवल इतना ही नहीं आज़म खान ने ये भी कहा कि अगर इसके पीछे कोई राजनीतिक लोग हैं तो ये बेहद ही घटिया बात है. उन्होंने कहा कि ये वही लोग हो सकते है जो हमारी मां और बेटी को गाली देते हैं.

किसी भले आदमी को तो रखा नहीं

आज़म खान ने यूपी फिल्म विकास परिषद् के उपाध्यक्ष का पद जयप्रदा को दिए जाने के सवाल पर जयाप्रदा पर तंज़ करते हुए कहा फिल्म मण्डली में अगर फिल्म वालों को ही रखा गया है तो इसमें क्या हर्ज है? इसपर हमें ऐतराज़ क्यों होगा? किसी भले आदमी को तो रखा नहीं है. इसमें हमें क्या एतराज़ हो सकता है?

अपनी कुतियों को बचा कर रखें

आगरा के सांसद और पूर्व मंत्री के कुत्ते के खोने पर मुकदमा लिखाने के सवाल पर आज़म खान ने सबसे अपील करते हुए कहा कि सब लोग अपनी कुतियों को बचा कर रखें.

तो वहीं बुलदशहर पर आज़म खान ने मीडिया को घेरते हुए कहा कि ये देश का बहुत बड़ा नुकसान है, जब चाहते हो दंगा करा देते हो. जिसको चाहते हो प्रधानमंत्री बना देते हो. आपको बता दें कि इस दौरान आज़म खान मीडिया के सवालों से बचने की कोशिश करते हुए भी नज़र आएं.

बुलंदशहर रेप मामले में आजम के खिलाफ याचिका दायर

उत्तर प्रदेश के शहरी विकास मंत्री आजम खान द्वारा बुलंदशहर हाइवे रेप पीड़ितों के खिलाफ ‘भड़काऊ’ बयान देने पर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है.

‘पीड़ितों की गरिमा के खिलाफ’

वकील किसलय पांडे ने कहा कि नाबालिग लड़की के पिता ने शुक्रवार को आजम खान के खिलाफ याचिका दायर की, जिन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान इस वीभत्स घटना को राजनीतिक साजिश करार दिया था. याचिककार्ता ने कहा कि खान का बयान ‘पीड़ितों की गरिमा के खिलाफ’ है.

स्थानीय पुलिस और गिरोह के बीच है सांठगांठ

पेशे से ओला कैब के चालक याचिकाकर्ता ने जांच को दिल्ली स्थानांतरित करने की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिस व गैंग रेप में शामिल अपराधी गिरोह के बीच सांठगांठ है. इसके अलावा, उन्होंने कोर्ट से जांच की निगरानी करने का भी आग्रह किया.

घटना 29 जुलाई को तब हुई थी, जब पीड़ित परिवार एक अंत्येष्टि में शामिल होने शाहजहांपुर जा रहा था. याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि यह मामला गैंग रेप व डकैती का है, क्योंकि अपराध के दोषी नकद और ज्वेलरी भी ले गए थे.

पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया है कि घटना के बाद जब उन्होंने फोन पर पुलिस से संपर्क किया, तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. उन्होंने कहा कि अपराध पुलिस चौकी से मात्र 100 गज की दूरी पर हुआ और उनके रोने-चिल्लाने की आवाज के बावजूद उन्हें बचाने कोई नहीं आया.