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बीमार मां को फ्लैट में अकेला छोड़ नए घर में शिफ्ट हो गए कलयुगी बेटे

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से कलयुगी बेटों द्वारा मां को मरता छोड़कर चले जाने की हृदयविदारक घटना सामने आई है. बुजुर्ग महिला अपने खाली सूने फ्लैट में अकेली बिस्तर पर पड़ी मिलीं. बुजुर्ग महिला बेहद बीमार हैं और चलना फिरना तो दूर वह बिस्तर में करवट तक लेने में असमर्थ हैं, क्योंकि वह पैरालिसिस से जूझ रही हैं.

वृद्ध महिला की दुखभरी दास्तान सुनकर कोई भी रो पड़े. ऐसा नहीं है कि बुजुर्ग महिला की कोई संतान नहीं है. तीन-तीन बेटे हैं, लेकिन तीनों बेटे हफ्ते भर पहले अपनी मां को इस फ्लैट में अकेला मरने के लिए छोड़ नए घर में शिफ्ट हो गए.

पड़ोसियों ने बताया कि फ़्लैट का दरवाजा खुला था. अक्सर कमरे से किसी के करहाने की आवाज सुनाई देती थी. लेकिन घर में कोई नजर नहीं आता था. न तो बूढ़ी महिला के पुत्र और बहु और ना ही उसके नाती पोते.

कई दिनों से फ़्लैट में जब कोई शख्स आता-जाता नहीं दिखाई दिया और सिर्फ बूढ़ी मां के कराहने की आवाजें ही आती रहीं तो पड़ोसियों को संदेह हुआ. उन्होंने घर के भीतर जाकर देखा तो पैरों तले जमीन खिसक गई.

एक बूढी महिला भूख प्यास से बेचैन बिस्तर में पड़ी हुई थी. उन्हें हफ्ते भर से दवाई देने वाला भी कोई नहीं था और उनकी हालत बेहद नाजुक दिखाई पड़ रही थी. पड़ोसियों ने फ़ौरन इसकी सूचना स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता ममता शर्मा को दी.

सूचना पाकर ममता शर्मा बुजुर्ग महिला के फ्लैट पर पहुंचीं. ममता शर्मा ने बताया कि बुजुर्ग महिला के तीनों बेटे अपने नए घर में हाल ही में शिफ्ट हुए हैं. वे पुराने घर का सारा साजो-सामान उठा ले गए. इतना ही नहीं उन्होंने अपनी बुजुर्ग लाचार मां के सारे कीमती वस्त्र और आभूषण भी नहीं छोड़ा.

लेकिन तीनों कलयुगी बेटे अपनी मां को इतनी बुरी हालत में भी अकेला छोड़कर चले गए. नए घर में शिफ्ट होने के बाद बुजुर्ग महिला से मिलने के लिए परिवार का कोई सदस्य नहीं आया. ममता शर्मा ने बुजुर्ग महिला को भोजन करवाया और दवाइयां भी दीं.

साथ ही उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को भी दी. मौके पर सरस्वती नगर पुलिस थाने का स्टाफ पंहुचा. पुलिसकर्मियों ने सीनियर सिटिजन सेल में घटना की जानकारी दर्ज कराई. बुजुर्ग महिला ने हालांकि अपने तीनों बेटो के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने से इनकार कर दिया.

DSP विक्रांत राही के मुताबिक पीड़ित बुजुर्ग महिला ने कोई FIR दर्ज नहीं कराई है. इसके चलते उसके बेटों के खिलाफ कोई वैधानिक कार्यवाही नहीं की गयी है. साथ ही बुजुर्ग महिला के बेटों से लीगल बांड भरवाया जाएगा ताकि वे फिर से अपनी मां को इस तरह मरने के लिए अकेला न छोड़ दें.