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बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समाजवादी पार्टी के घटनाक्रम को लेकर सक्रिय,हो सकती है शाह और शिवपाल यादव के बीच मुलाकात

amit-shah-and-shivpal-singh-yadav-news-manthanनई दिल्ली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक सियासी परिवार में जारी उठा पटक पर विरोधियों की नजर लग गई है। बीजेपी समेत सभी दल समाजवादी पार्टी के घटनाक्रम पर निगाह रखे हुए हैं। जिस अंदाज में मुलायम पार्टी को एकजुट रखने की कोशिश कर रहे हैं उस से विघटन की संभावना ज्यादा लग रही है। अखिलेश के तेवर कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। मंत्री पवन पांडे को पार्टी से निकाल कर मुलायम ने आग में घी डालने का काम किया है। कुल मिलाकर समाजवादी पार्टी में अब आगे की रणनीति तय करने का दौर शुरू हो गया है। रामगोपाल से लेकर शिवपाल यादव तक सभी सियासी समीकरणों को साधने में लग गए हैं। इन समीकरणों में कांग्रेस से लेकर बीजेपी और जेडीयू से लेकर आरएलडी की भूमिका दिखाई दे रही है।

चुनावी राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी समाजवादी पार्टी के घटनाक्रम को लेकर सक्रिय हो गए हैं। वो अपना गुजरात दौरा बीच में ही छोड़कर दिल्ली लौट आए हैं। उनके दिल्ली आने का एक कारण ये भी है कि शिवपाल यादव भी दिल्ली के लिए निकल गए हैंय़ कयास लगाए जा रहे हैं कि अमित शाह और शिवपाल यादव के बीच मुलाकात हो सकती है। शाह चुनाव को देखते हुए गुजरात गए थे। वहां पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ उनकी बैठक होनी थी। लेकिन यूपी के घटनाक्रम को देखते हुए वो अपना गुजरात दौरा छोटा करके बीच में ही दिल्ली लौट आए हैं। बीजेपी के लिए यूपी विधानसभा चुनाव नाक का सवाल है। ऐसे में शाह पूरे घटनाक्रम पर कड़ी नजर रखने के लिए दिल्ली लौट आए हैं।

दिल्ली लौटने के साथ ही अमित शाह ने यूपी बीजेपी के नेताओं के साथ एक बैठक की। उन्होने समाजवादी पार्टी में चल रही उठा पटक को लेकर ताजा जानकारी ली। इसके साथ ही इस संभावना पर भी विचार किया गया कि अगर सपा में फूट होती है तो पार्टी का क्या रुख रहेगा। शिवपाल का दिल्ली आना भी एक संकेत दे रहा है कि मुलायम सिंह यादव किसी भी तरह अपनी पार्टी में शक्ति संतुलन बनाए रखना चाहते हैं। दरअसल मुलायम सिंह जानते हैं कि अखिलेश अगर नई पार्टी बनाएंगे तो बाकी की सभी पार्टियां उन पर डोरे डालेंगी। लिहाजा वो पहले से ही विरोधी पार्टियों तक अपना संदेश पहुंचाने की जुगत भिड़ा रहे हैं। हालांकि अभी ये पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि शाह और शिवपाल की मुलाकात होगी।

वहीं यूपी के हालात लगातार बदल रहे हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की। अखिलेश यादव ने राम नाईक को राज्य के हालात से अवगत कराया। उन्हे सरकार के बारे में भी जानकारी दी। राज्यपाल से अखिलेश की मुलाकात को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होने कोई अहम फैसला ले लिया है। कहा तो ये भी जा रहा है कि अखिलेश यादव जल्दी चुनाव के पक्ष में हैं। समाजवादी पार्टी में कलह से अखिलेश की छवि को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। ऐसे में जो सहानुभूति अखिलेश को मिल रही है वो इसका फायदा उठाने के लिए यूपी में समय से पहले चुनाव भी करवा सकते हैं। फिलहाल अमित शाह के सक्रिय होने के बाद अब ये कयास लगाए जा रहे हैं कि यूपी में अगले कुछ दिनों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है।