Breaking News

बीएमसी में नेता विपक्ष बदलेगी कांग्रेस

bmc5मुंबई। कांग्रेस एक बार फिर बीएमसी में अपना नेता बदलने की तैयारी में है। विपक्ष के वर्तमान नेता देवेंद्र (बाला) आंबेकर की जगह घाटकोपर से नगरसेवक प्रवीण छेडा की नियुक्ति की महज औपचारिकता भर शेष है। बीएमसी चुनाव के पहले शिवसेना, बीजेपी पर आक्रमण तेज करने के लिए कांग्रेस किसी तेज-तर्रार नेता की खोज में थी। घाटकोपर पश्चिम के वॉर्ड क्रमांक 124 से नगरसेवक छेडा के माध्यम से कांग्रेस, मुख्य विपक्षी पार्टी के तौर पर सत्ताधारियों पर हमले तेज करना चाहती है।

पार्टी के कई नगरसेवकों को इस संबंध में सूचना मिल चुकी है। इस संबंध में महापौर को भी अधिकृत तौर पर सूचित करने की खबर है। शुक्रवार को लोकसभा के पूर्व स्पीकर पी ए संगमा के निधन पर श्रद्धांजलि देकर सभागृह की बैठक स्थगित कर दी गई। अब, अगले सप्ताह बुधवार को होने वाली बैठक में इस संबंध में आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि मुख्य विपक्षी पार्टी होने के नेता कांग्रेस का नेता को विपक्ष के नेता का दर्जा प्राप्त होता है। शुक्रवार को बीएमसी पहुंचे छेडा आत्मविश्वास से लबरेज हो बधाई स्वीकारते भी नजर आए। इसी के साथ कांग्रेस ने अपना ‘ऑपरेशन इलेक्शन 2017’ शुरू कर दिया लगता है।

कांग्रेस द्वारा इस कार्यकाल के दौरान तीसरी बार बीएमसी सभागृह में पार्टी का नेता बदला जाएगा। देवडा कैंप के ज्ञानराज निकम को पिछले बीएमसी चुनाव के बाद नेता नियुक्त किया गया था। हालांकि, उनमें सत्ता पक्ष पर आक्रमण न कर पाने की स्थिति को देखते हुए अंधेरी पश्चिम से चुनाव जीते आंबेकर की नियुक्ति हुई। पिछले कई महीनों से आंबेकर की कार्यशैली पर भी प्रश्न-चिन्ह उठ रहे थे।

कांग्रेस को बीएमसी चुनाव के पहले किसी दमदार नेतृत्व की जरूरत थी जो कि बीएमसी चुनाव में होने वाले भारी-भरकम खर्च को देखते हुए पार्टी फंड का भी इंतजाम कर सके। कांग्रेस से ज्यादा कई बार समाजवादी पार्टी के गुट नेता रईस शेख आक्रामक नजर आते थे। इसके पहले भी कांग्रेस बीएमसी में अपनी धार मजबूत करने के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर चुकी है। हालांकि, इन्हें भी बाद में बदल दिया गया था।

घाटकोपर से चुनाव जीतने वाले छेडा चौथी बार बीएमसी में नगरसेवक चुने गए हैं। पिछले चुनावों के पहले ही वे बीजेपी से कांग्रेस में आए थे। स्थानीय बीजेपी से मतभेदों के चलते उन्होंने बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस में भविष्य तलाशा था। छेडा के तौर पर पार्टी गुजराती चेहरे को आगे लाकर उन वोटरों पर भी नजर गड़ाए हुए है। फिर, पूर्वी उपनगर में लगभग मरणासन्न स्थिति में पहुंच गई पार्टी को भी इससे नई जान मिल सकेगी।

दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी और महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी मोहन प्रकाश ने बीएमसी चुनाव की पूरी जिम्मेदारी मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम को सौंपी है। संजय निरुपम तेजतर्रार और ऐक्शन पसंद फायरब्रैंड नेता के रूप में जाने जाते हैं। पिछले कई दिन से पार्टी के विभिन्न नगरसेवक और पदाधिकारी निरुपम पर दबाव बना रहे थे कि बीएमसी सदन में कांग्रेस की आवाज को पुख्ता करना है, तो नेता बदलना होगा। इसके बाद ही निरुपम ने कांग्रेस हाइकमान से मशविरा कर विपक्ष नेता पद से देवेंद्र आंबेकर को हटाने का फैसला किया और कांग्रेस हाइकमान ने भी इसे मंजूर कर लिया।

बाला आंबेकर की बीएमसी के नेता विपक्ष पद से विदाई के साथ ही मुंबई कांग्रेस में ताकतवर समझे जाने वाले गुरुदास कामत गुट को एक और झटका लगा है। इससे पहले, मुंबई कांग्रेस के कोषाध्यक्ष पद से कामत गुट के अमरजीत सिंह मनहास की जगह संजय निरुपम के करीबी विधायक असलम शेख की नियुक्ति की गई थी। हालांकि आंबेकर की जगह नेता विपक्ष बनने वाले प्रवीण छेड़ा निरुपम के प्रति कितने वफादार रहेंगे यह कहना फिलहाल मुश्किल है, लेकिन आंबेकर को हटाकर निरुपम ने एक बार फिर अपनी ताकत तो दिखाई ही दी है।