लखनऊ। पिछले काफी दिनों से ये खबरें आ रही थीं भारतीय जनता पार्टी के सांसद और फायरब्रांड नेता वरुण गांधी पार्टी से नाराज हैं। वो लंबे समय से पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर भी अपनाए हुए हैं। कई बार पार्टी लाइन से हटकर बयान दे चुके हैं। अभी हाल ही में उन्होंने इंदौर में आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी सरकार के कामकाज और विकास पर सवाल खड़े किए थे। रोहित वेमुला से लेकर विजय माल्या तक के मसले पर अपनी ही सरकार को घेरने कोशिश की थी। वरुण गांधी के बागी तेवरों से नाराज पार्टी ने भी अब उनके नाम को स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटा दिया है। वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर भी वरुण गांधी को लेकर वॉर शुरु हो गया है। वरुण के सपोर्टर बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं जबकि दूसरी ओर बाकी लोगों का कहना है वो अपना असली रंग दिखा रहे हैं।
बहरहाल जानकारी के मुताबिक वरुण गांधी के रुख को देखते हुए यूपी विधानसभा चुनाव के छठे और सातवें चरण के लिए बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट से उनका नाम हटा लिया गया है। जबकि तीसरे, चौथे और पांचवे चरण में उनका नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल गया था। सातवें चरण के स्टार प्रचारकों की जो लिस्ट चुनाव आयोग को सौंपी गई है उसमें वरुण गांधी का नाम नहीं है। जानकारी के मुताबिक 13 फरवरी को छठे चरण और 15 फरवरी को सातवें चरण के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट चुनाव आयोग को सौंप दी थी। तारीखों से साबित होता है कि उनके इंदौर में दिए गए बयान से पहले ही भारतीय जनता पार्टी ने वरुण गांधी का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटा लिया था।
वरुण गांधी ने अभी मंगलवार को ही इंदौर में पार्टी के खिलाफ बयानबाजी की थी। ऐसे में सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या वरुण पार्टी में अपनी अनदेखी की वजह से नाराज हैं या फिर उनके रवैये को देखकर पार्टी ने उनके खिलाफ ये कार्रवाई की है। दरअसल, जिस वक्त यूपी में विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान नहीं हुआ था। उस वक्त वरुण यूपी में काफी सक्रिय थे। एक ओर योगी आदित्यनाथ का खेमा इस बात की मांग कर रहा था कि योगी को यूपी में मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाया जाए। जबकि दूसरी ओर वरुण गांधी का खेमा भी इस कोशिश में था कि पार्टी उन्हें सीएम पद का दावेदार बनाए।
लेकिन, यूपी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने किसी को भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं बनाया। पिछले साल बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के कई कार्यक्रमों में वरुण के समर्थक हंगामा भी कर चुके हैं। वहीं यूपी बीजेपी के कई नेता उनकी शिकायत भी कर चुके हैं। तभी से पार्टी के भीतर काफी तनातनी देखने को मिल रही थी। जो अब खुलकर सामने आ गई है। हालांकि बीजेपी ने वरुण के साथ-साथ योगी आदित्यनाथ के भी पर कतर दिए थे। वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्रा ने वरुण गांधी के बयान को लेकर उन्हें मर्यादा में रहने की नसीहत दी है। उनका कहना है कि मैं मर्यादा में रहता हूं, मुझे अपनी मर्यादा पता हूं, लेकिन, मैं वरुण गांधी की मर्यादा पर तो बात नहीं कर सकता। वरुण पर उचित निर्णय पार्टी का नेतृत्व सही समय पर लेगा। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि यूपी इलेक्शन के बाद वरुण पर पार्टी कड़ी कार्रवाई भी कर सकती है।