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बरेली: बुखार से हो रही मौतों के बाद योगी सरकार में हड़कंप, स्वास्थ्य मंत्री ने किया निरीक्षण

बरेली/लखनऊ। बरेली में बुखार से हो रही लगातार मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग से लेकर योगी सरकार तक हड़कम्प मचा हुआ है. सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मंगलवार को बरेली जिला अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल जाना तय वहीं महिला अस्पताल की सीएमएस की फटकार भी लगाई. साथ कई अधिकारियों को सस्पेंड भी कर दिया.

नगर स्वास्थ्य अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी समेत कई सस्पेंड, कई और पर गिरेगी गाज

योगी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री को जिला अस्पताल में कई कमियां मिली जिसके बाद उन्होंने जिला मलेरिया अधिकारी पंकज जैन, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक, जगतपुर सीएचसी प्रभारी को सस्पेंड कर दिया. साथ ही जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल के सीएमएस के खिलाफ भी कार्यवाही की बात कही है.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बरती गई लापरवाही

सिद्धार्थ नाथ सिंह ने निरीक्षण में बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लापरवाही बरती गई है जिस वजह से मैंने कई अधिकारियों पर कार्यवाही की है. दरअसल बरेली में पिछले 15 दिनों से बुखार ने कोहराम मचा रखा है. अब तक 128 लोगों की बुखार से मौत हो चुकी है. बुखार ने महामारी का रूप ले लिया है. बदायू से लेकर बरेली में सैकड़ों लोग काल के गाल में समा चुके है तो हजारों लोग बुखार से ग्रसित हैं. स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि बरसात की वजह से वायरल फीवर, टायफाइड और मलेरिया ने पैर पसार लिए है. जिस वजह से लोग बीमार हो रहे हैं.

स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव जाकर लगा रहा कैंप, मौतों का होगा डेथ ऑडिट

वहीं बुखार का कहर बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग ने गांव-गांव जाकर कैंप लगाकर दवाइयां देना और जांच करना शुरू कर दिया है. खास बात ये है कि अभी तक जितनी मौतें भी बुखार की वजह से हुई है वो सभी झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज के कारण हुई हैं. अभी तक जितने लोग भी जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी पहुंचे है वे सभी सही सलामत हैं. जिला अस्पताल इन दिनों बुखार के मरीजों से फुल चल रहा है. एक दिन में 5 हजार तक मरीज जिला अस्पताल इलाज करवाने पहुंच रहे हैं. जिला अस्पताल के जितने भी वार्ड हैं वो बुखार के मरीजों से फुल हैं.