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फिलीस्तीन में पहली बार पहुंचे भारतीय PM, राष्ट्रपति महमूद ने दिया सर्वोच्च सम्मान

रामल्लाह। चार दिवसीय पश्चिम एशियाई देशों की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फिलीस्तीन पहुंचे. रामल्लाह में कदम रखते ही फिलीस्तीन की यात्रा करने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए हैं. इस दौरान दोनों देशों के नेताओं के बीच द्वपक्षीय बैठक हुई. वहीं, पीएम मोदी को राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने ग्रैंड कॉलर प्रदान किया. ग्रांड कॉलर विदेशी मेहमान को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान होता है.

अपने दौरे के पहले दिन पीएम मोदी जॉर्डन की राजधानी अम्मान पहुंचे थे. जिसके बाद आज वो फिलीस्तीन के रामल्लाह पहुंचे. यहां फिलीस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने प्रोटोकॉल तोड़कर उनका स्वागत किया. रामल्लाह में पीएम मोदी ने सबसे पहले दिवंगत फिलीस्तीनी नेता यासिर अराफात की समाधि पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान मोदी के साथ राष्ट्रपति महमूद भी मौजूद रहे.

इसके बाद पीएम मोदी फिलीस्तीन के राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने उनका औपचारिक स्वागत किया. राष्ट्रपति भवन में पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. रामल्लाह में भारत और फिलीस्तीन के बीच सहमति पत्रों का आदान-प्रदान हुआ. प्रेस वार्ता के दौरान पहले  फिलीस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने पीएम मोदी का स्वागत किया. फिलीस्तीनी राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय नेतृत्व ने फिलीस्तीन में हमेशा शांति का पक्ष लिया. राष्ट्रपति ने स्वतंत्रता की दिशा में दोनों ही देश के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की.

फिलीस्तीनियों के साहस को मोदी का सलाम

वहीं पीएम मोदी ने इस मौके पर फिलीस्तीनियों की संकल्प शक्ति और साहस की तारीफ करते हुए कहा कि जिन कठिनाइयों और चुनौतियों के बीच फिलीस्तीन के लोग आगे बढ़े हैं, वो सराहनीय है. पीएम मोदी ने द्विपक्षीय स्तर पर दोनों देशों के बीच संबंधों को और गहन बनाने में सहमति का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत फिलीस्तीन की तरह युवाओं का देश है, भारत के युवाओं जैसी आकांक्षा फिलीस्तीन के युवाओं के लिए भी है. पीएम ने दोनों देशों के बीच युवाओं के एक्सेंज को 50 से बढ़ाकर 100 करने की बात कही.

मोदी बोले- बहुत कुछ दांव पर है

पीएम ने कहा कि भारत फिलीस्तीनी लोगों के हितों का ध्यान रखने के लिए वचनबद्ध है. पीएम मोदी ने बताया कि राष्ट्रपति अब्बास संग हाल के क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर विचार किया गया है. मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत शांति और स्थिरता के पक्ष में है. शांतिपूर्ण सहअस्तित्व आसान नहीं है, लेकिन कोशिश होनी चाहिए क्योंकि बहुत कुछ दांव पर है. अंत में पीएम ने फिलीस्तीन के लोगों को प्रगति और समृद्धि की हार्दिक शुभकामनाएं दी.

अरबी में किया ट्वीट

वहीं इससे पहले पीएम मोदी ने रामल्लाह पहुंचते ही अरबी भाषा में ट्वीट किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि फिलिस्तीन की इस ऐतिहासिक यात्रा से दोनों देशों के बीच सहयोग मजबूत होगा.

الوصول الى فلسطين .هذة زيارة تاريخية سوف تقود الى تعاون ثنائي اقوى.

फिलीस्तीन की आजादी के 30 साल के इतिहास में वहां जाने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं. ऐसे में दुनिया के हर मोर्चे पर फिलीस्तीन के साथ खड़े नजर आए भारतीय पीएम से इस हिंसा प्रभावित देश को काफी उम्मीदें हैं.

अबु धाबी में मंदिर का करेंगे उद्घाटन

फिलीस्तीन के बाद पीएम मोदी अबु धाबी जाएंगे. यहां रविवार को वह भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे. साथ ही अबु धाबी में बने पहले मंदिर का उद्घाटन करेंगे.

11 फरवरी को सुबह लगभग 9:30 बजे जब प्रधानमंत्री प्रवासी भारतीयों को संबोधित कर रहे होंगे तब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अबू धाबी के पहले मंदिर का शिला पूजन होगा. इस मंदिर के निर्माण की जिम्मेदारी स्वामीनारायण ट्रस्ट को दी गई है.

जॉर्डन में जोरदार स्वागत

शुक्रवार को पीएम मोदी जॉर्डन पहुंचे और यहां उन्होंने किंग अबदुल्ला बिन अल हुसैन से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद मोदी जब फोर सीजंश होटल में पहुंचे तो वहा मौजूद भारतीय मूल के लोगों ने उनका स्वागत किया. यहां लोगों में मोदी के साथ सेल्फी लेने की होड़ लग गई. इस दौरान, ‘भारत माता की जय’ के नारे गूंजते रहे.