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पीएम मोदी की पत्नी ने सरकार से कहा, बारिश में झुग्गियां न तोड़ी जाएं

jasoda-benमुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जसोदाबेन ने महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी से अपील की है कि वे बारिश के दौरान झुग्गियां न तोड़ें। जसोदाबेन ने शुक्रवार को विक्रोली स्थित ‘गुड समारीतन मिशन’ की अपील का समर्थन किया। उन्होंने सरकार से अपील की कि फुटपाथ और झोपड़पट्टियों में रहने वाले लोगों के लिए कुछ गंभीर उपाय किए जाएं।
जसोदाबेन ने यह अपील मराठी पत्रकार भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता और आजाद मैदान में इस मिशन के संस्थापक व संचालक ब्रदर पीटर पोल के समर्थन में कही। पीटर पोल शुक्रवार को अपनी मांग को लेकर एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे थे।

इस चैरिटेबल मिशन के ‌‌‌‌फ्रांसिस कारमेलो ने ‘एनबीटी’ से बातचीत में कहा कि ‘यह कैसा विकास है, जिससे अनेक सरकारी योजनाओं के बावजूद असहाय लोगों की संख्या बढ़ रही है। मुंबई और महाराष्ट्र में इनकी संख्या कुछ ज्यादा ही बढ़ रही है।’ उन्होंने यह भी कहा कि बारिश में झोपडपट्टियों को गिराने से गरीब लोग बारिश में भीगकर बीमार हो जाते हैं। कुछ लोगों का तो बदन ही सड़ जाता है और उपचार न होने से वे मर भी जाते हैं।

जसोदाबेन ने नवभारत टाइम्स को टूटी-फूटी हिंदी (उन्हें केवल गुजराती आती है) में कहा, ‘मैं पिछले साल अगस्त में मिशन के विजय आश्रम में आई थी, उनका काम देखकर बड़ी राहत मिली। इन लोगों को नैतिक समर्थन देने के लिए मैं फिर यहां आई हूं। मैं चाहती हूं कि आप इनका संदेश सरकार तक पहुंचाएं।’ पीटर पॉल ने बताया कि विक्रोली ईस्ट में उनका यह संस्थान 1994 से हजारों गरीब, कमजोर और असहाय लोगों की सेवा कर रहा है। इस समय संस्थान के विजय आश्रम में करीब 70 असहाय लोग रह रहे हैं जो अलग-अलग धर्मों के हैं।

संस्थान का होम फॉर स्ट्रीट चिल्ड्रन भी चलता है। इनमें अनेक अनाथ, अविकसित मस्तिष्क और गली कूचे के रहने वाले हैं। वहां उन्हें शिक्षा, रहना, खाना सभी देते हैं और उनमें से कई लोग आज अपने पैरों पर खड़े भी हो गए हैं। आश्रम के युवक रंजन ने बताया कि मैं आश्रम में ही पला बढ़ा हूं और आज एक स्कूल में अंग्रेजी पढ़ा रहा हूं।