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पीएम मोदी का बहुत बड़ा फैसला..देश में सबसे बड़ा रक्षा सुधार…जल गया पाकिस्तान !

नर्इ दिल्ली। देश में सबसे बड़े रक्षा सुधारों में से एक पर डील लगभग फाइनल होती दिख रही है। हाईटेक डिफेंस प्रॉडक्शन में देश के प्राइवेट सेक्टर को शामिल करने की योजना को मंजूरी मिल गई है। जैसे कि हमने पहले भी आपको बताया था कि पीएम मोदी ये बड़ा काम करने जा रहे हैं। आखिरकार इस काम पर मुहर लग ही गई है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयात करने वाला मुल्क है। भारत इस वक्त रक्षा उत्पादन के लिए मोटे तौर पर पब्लिक सेक्टर यूनिट्स पर निर्भर है। इन पब्लिक सेक्टर यूनिट्स के कामकाज पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। लेकिन अब सरकार मेक इन इंडिया के तहत बड़ा काम करने जा रही है। भारत को डिफेंस प्रोडक्शन हब बनाने की तैयारी चल रही है। देश की तीनों सेनाओं को इस बात का काफी लंबे वक्त से इंतजार था।

इसके अलावा उद्योग जगत को भी काफी लंबे वक्त से इस बात का इंतजार था। इस बीच दो कमिटियों ने भारतीय कंपनियों का विदेशी कंपनियों के साथ गठजोड़ कर दिया है। इसे डिफेंस के क्षेत्र में स्ट्रैटिजिक पार्टनरशिप का नाम दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि देश के रक्षा मंत्री अरुण जेटली की अगुआई में इस मामले पर एक मीटिंग हुई। मीटिंग में रक्षा खरीद परिषद के बड़े अधिकारी मौजूद थे। कहा जा रहा है कि सरकार इसमें देसी कंपनियों को सलेक्ट करेगी और उन्हें स्ट्रैटिजिक पार्टनर के तौर पर चुना जाएगा।

ये देसी कंपनियां ऐसी कंपनियों से हाथ मिलाएंगी, जो ओरिजिनल हथियार बनाने के काम करती हैं। इससे तकनीकि का ट्रांसफर हो सकेगा और भारत में ही बड़े हथियार तैयार हो सकेंगे। बताया जा रहा है कि भारत के इस कदम से पाकिस्तान में भी हाहाकार मचा हुआ है। अब ये भी जान लीजिए कि इस योजना के पहले फेज में क्या तैयार होगा। पहले फेज में लड़ाकू विमान, पनडुब्बी और बख्तरबंद वाहन तैयार किए जाएंगे। बाद में इनके प्रोडक्शन की संख्या को बढ़ाया जाएगा।

इस पॉलिसी का मुख्य मकसद देश में ही बड़े हथियार तैयार करना है। इसके अलावा देश में डिफेंस इंडस्ट्री के लिए अलग माहौल तैयार करना है। प्लान ऐसा है कि भारत में ही बड़े हथियारों को तैयार किया जाएगा और इसके बाद इन्हें बाह के मुल्कों में भी एक्सपोर्ट किया जाएगा। कहा जा रहा है कि प्राइवेट कंपनियों को करीब 20 अरब डॉलर का ऑर्डर दिए जाने का इंतजार हो रहा है। कुल मिलाकर कहें तो देश के डिफेंस सिस्टम को मजबूत करने के लिए पीएम मोदी लगातार प्लानिंग कर रहे हैं। ऐसे में देखना होगा कि आने वाले वक्त में ये कितनी मजबूती से काम करता है।