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पाक की नापाक हरकत, आर्मी चीफ के हाथों में दिखाया PM मोदी का कटा सिर

raheel-sharif-modiनई दिल्ली। कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान बौखला गया है। भारत इस हमले के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को आतंकी राष्ट्र घोषित करवाने की कूटनीतिक कोशिश कर रहा है। आतंकी हमले के बाद से ही दोनों देशों में तनाव की स्थिति है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान का हुक्का-पानी बंद करन के लिए सिंधु नदी समझौता रद्द करने की भी बात की है।

जिसे देखते हुए लेकिन पाकिस्तानी लोग अपने मुल्क में भारत विरोधी प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी की एक बानगी पाक की राजधानी इस्लामाबाद में लोग भारत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी भारत विरोधी नारेबाजी करते हुए पोस्टर दिखा रहे हैं। स्थानीय मीडिया में इस तरह के प्रदर्शन की तस्वीरें और खबरें प्रमुखता से छापी जा रही है। विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों के हाथों में एक पोस्टर दिखाई दे रहा है, जिसमें पाकिस्तान के आर्मी चीफ राहिल शरीफ को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कटा हुआ सिर हाथ में लिया हुआ दिखाया गया है। आर्मी प्रमुख के दूसरे हाथ में एक खून से सना हुआ खंजर दिखाया गया है।

पाकिस्तानी अखबार द नेशनके मुताबिक इस्लामाबाद में लोग आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में हुई हिंसा को लेकर भारत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और भारत विरोधी नारे लगा रहे हैं। गौरतलब है कि 8 जुलाई को कश्मीर में सुरक्षाबलों ने आंतकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहानी वानी को एनकाउंटर में मार गिराया था। जिसके बाद से पूरी घाटी में विरोध प्रदर्शन और हिंसक झड़पें हो रही हैं। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच जारी संघर्ष में अब तक 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है वहीं हजारों की संख्या में लोग घायल हुए हैं।

जर्मनी में आयोजित सेना प्रमुखों की मीटिंग में पाकिस्तान के आर्मी चीफ राहिल शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद से सबसे ज्यादा पीड़ित है, लेकिन उनके सुरक्षाबलों ने प्रभावी तरीके से देश को आंतरिक और बाहरी दुश्मनों से लड़ रहे हैं। शरीफ ने अपने आरोप में कहा कि भारत कश्मीर जैसे ऐतिहासिक विवाद को सुलझाने के लिए गंभीर नहीं है। आईएसपीआर के बयान के अनुसार सम्मेलन US CENTCOM के तत्वावधान में स्टटगार्ट में आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में यूएस के सेंटकॉम के कमांडर जोसेफ वोटेल और पाकिस्तान, अफगानिस्तान, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के सेना प्रमुख शामिल हुए थे।