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पाकिस्तान से फैल रहा आतंकवाद चिंता का विषय : राजनाथ

rajnath-bahrinमनामा। भारत ने बहरीन से सोमवार को कहा कि पाकिस्तान का आतंकवाद को ‘राज्य की नीति’ के रूप में इस्तेमाल करना चिंता की बात है और सीमापार से उकसावे के चलते ही जम्मू-कश्मीर में मौजूदा अशांति की स्थिति बनी हुई है।

बहरीन की तीन दिन की यात्रा पर आए केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। राजनाथ सिंह ने बहरीन के गृहमंत्री राशिद बिन अब्दुल्ला अल खलीफा से मुलाकात में यह बात कही। राजनाथ ने साथ ही बहरीन के शाह हमद बिन इसा बिन सलमान अल खलीफा और शहजादे सलमान बिन हमद अल खलीफा से भी मुलाकात की और उनसे आतंकवाद को लेकर भारत की चिंता साझा की।

राजनाथ ने मुलाकात के बाद ट्वीट किया, ‘हमने आतंकवाद और मानव तस्करी पर बातचीत की।’ बहरीन ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉन्फ्रेंस का प्रमुख सदस्य देश है जिसका पाकिस्तान भी सदस्य है। राजनाथ सिंह ने राशिद को हिज्बुल मुजाहिद्दीन के मारे गए आतंकवादी बुरहान वानी को इस्लामाबाद के खुले समर्थन और पाकिस्तान में उसके महिमामंडन के बारे में भी बताया और कहा कि इससे संकेत मिलता है कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को वहां पूरी आजादी है।
उन्होंने पाकिस्तानी आतंकवादी बहादुर अली की जुलाई में गिरफ्तारी का मुद्दा भी उठाया जिसे लश्कर के शिविरों में प्रशिक्षित किया गया था और बाद में वह सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड फेंकने के लिए भीड़ में शामिल होने के निर्देश के साथ जम्मू-कश्मीर में घुस आया था।

राजनाथ सिंह ने कहा, ‘चूंकि आतंकवाद को प्रायोजित करने के पाकिस्तान के तरीके में कोई बदलाव नहीं है, इसलिए आतंकवाद रोकने के लिए पाकिस्तान के आश्वासनों को हम कोई महत्व नहीं दे सकते।’ जम्मू-कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला बताते हुए और इसमें किसी भी तरह के हस्तक्षेप को स्वीकार्य नहीं बताया। राजनाथ सिंह ने अपने समकक्ष को पठानकोट आतंकी हमले के मामले में जांच में तथा मुंबई आतंकी हमले के मामले में पाकिस्तान में चल रहे मुकदमे में कोई प्रगति नहीं होने के बारे में भी बताया।

एक संयुक्त बयान के अनुसार, ‘दोनों पक्षों ने सभी तरह के आतंकवाद के खिलाफ अपने मजबूत रख पर सहमति जताई और कहा कि आतंकवाद सभी देशों और समुदायों के लिए खतरनाक है।’ गृहमंत्री ने बहरीन के उप प्रधानमंत्री शेख अली बिन खलीफा अल खलीफा और विदेश मंत्री शेख खालिद बिन अहमद अल खलीफा से भी अलग-अलग मुलाकात की।