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पाकिस्तान की नई साजिश, इंडियन आर्मी में सिखों को ‘भड़काने’ की कोशिश कर रहा पड़ोसी मुल्क

sikhकोलकाता। आमने-सामने की जंग में कई बार मुंह की खाने के बावजूद पाकिस्तान साजिशों से बाज नहीं आ रहा। अब पड़ोसी मुल्क की तरफ से एक और नापाक कोशिश जारी है। साजिश है-इंडियन आर्मी में सिखों को बरगलाना। पाकिस्तान पर हमला करने के लिए कहने पर एक भारतीय सिख सैनिक के कथित तौर पर आत्महत्या करने से जुड़ी अफवाह के पाकिस्तानी सोशल मीडिया के जरिए वायरल किए जाने के बाद इंडियन आर्मी सतर्क हो गई है। सेना ने कोलकाता स्थित पूर्वी मुख्यालय समेत देर भर के कमांड हेडक्वॉर्टर्स को इस बारे में अलर्ट किया है। आर्मी हेडक्वार्टर्स ने वायरल हुए ट्वीट्स का कंटेंट सीनियर अफसरों को भेजकर यूनिट कमांडरों और सैन्य टुकड़ियों को सच्चाई से रूबरू कराने को कहा है।

कमांड मुख्यालयों को आर्मी हेडक्वॉर्टर की ओर से भेजी गई जानकारी के मुताबिक, ‘पाकिस्तानी टि्वटर हैंडल्स और अन्य सोशल मीडिया माध्यमों पर हैशटैग #RestinPeacebalbirSingh के जरिए एक अफवाह फैलाई जा रही है। कहा जा रहा है कि हिंदुओं की ज्यादती और पाकिस्तान के प्रति वफादरी के चलते एक सिख सैनिक ने सूइसाइड कर लिया। यह भी कहा जा रहा है कि सिख पाकिस्तान के खिलाफ जंग नहीं लड़ना चाहते। ऐसे दो ट्वीट भेजे जा रहे हैं। कृपया कमांडरों और सैन्य टुकड़ियों को सतर्क करें।’

पाकिस्तान की साजिश
एक सीनियर अफसर के मुताबिक, हाल के वक्त में बलबीर सिंह नाम के किसी सैनिक ने सूइसाइड नहीं किया है। अफसर के मुताबिक, यह पाकिस्तान की भारतीय सेना के भीतर समस्या पैदा करने की साजिश है। अफसर के मुताबिक, किसी भी सैन्यकर्मी ने लाइन ऑफ कंट्रोल के पार आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई का विरोध नहीं किया है।

क्या अफवाह
#RestinPeacebalbirSingh हैशटैग से शेयर किए गए शुरुआती ट्वीट में लिखा गया है, ‘हम पाकिस्तानी आपके पवित्र स्थानों का सम्मान करते हैं।’ इसमें एक फोटोग्राफ है, जिसका कैप्शन है, ‘भारतीय सेना में काम कर रहे सिख सैनिकों के लिए बलबीर सिंह का आत्महत्या करना चौकन्ना होने का समय है। 1947 से ही सिखों का हिंदुओं द्वारा अपने फायदे के लिए इस्तेमाल हो रहा है।’ इसके जवाब में एक अन्य ट्वीट में कहा गया, ‘बलबीर सिंह ने साबित किया कि गुरु नानक देव जी की धरती पाकिस्तान पर हमला करने से बेहतर आत्महत्या करना है।’ एक तीसरे टि्वटर हैंडल से कहा गया, ‘उसने इसलिए सूइसाइड किया क्योंकि वह पाकिस्तान और भारत की जंग के खिलाफ था।’

जंग के हर मोर्चे पर आगे रहे हैं सिख
एक सीनियर आर्मी अफसर ने कहा, ‘1948, 1965, 1971, कारगिल से लेकर कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन, हर जग सिखों ने सामने से अगुआई की है। पाकिस्तान इस बात से वाकिफ है, इसलिए सिखों के बीच कन्फ्यूजन फैलाना चाहता है। हमने कमांडरों को जरूरी कदम उठाने के लिए कहा है।’