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परिवार में फूट डालने की साज़िश दिल्ली में अमित शाह के क़रीबी केतन और अमर सिंह ने रची

close-to-shahmulayamsinghamitshahनई दिल्ली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े राजनीतिक घराने में फूट डालने की साजिश दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में बैठकर समाजवादी पार्टी से राज्य सभा सांसद अमर सिंह और MCI  के पूर्व अध्यक्ष केतन देसाई ने रची. इस साजिश के पीछे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का नाम लिया जा रहा है. बताया जाता है कि अगले साल यूपी में होने वाले चुनाव में अपनी पार्टी का परचम लहराने के लिए सूबे की शक्तिशाली में फूट बगैर डाले बीजेपी की सरकार बननी मुश्किल दिख रही थी. जिसके चलते बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अपने सबसे करीबी व्यक्ति केतन को इस काम की जिम्मेदारी का काम सौंपा.

सीएम अखिलेश के करीबी सूत्रों ने ‘इंडिया संवाद’ से फ़ोन पर बात करते हुए बताया कि दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में बैठकर MCI के पूर्व अध्यक्ष केतन देसाई और अमर सिंह ने मिलकर इस साज़िश की पटकथा पहले तैयार की और उसके बाद इस पटकथा को अमलीजामा पहनाये जाने के लिए एक ड्रामा खेला. जिसके बाद मुलायम सिंह को भावुक कर भड़काया गया. सूत्रों के मुताबिक़ गुजरात के नामीगिरामी डॉक्टर केतन देसाई को अमित शाह का बेहद क़रीबी माना जाता है. इस पूरे षड़यंत्र के पीछे देश के एक चर्चित हिन्दी न्यूज़ चैनल के मालिक भी शामिल हैं.

रामगोपाल यादव  ने ETV यूपी को दिए अपने एक EXCLUSIVE इंटरव्यू में बताया कि केतन देसाई काफी लंबे अरसे से मुलायम सिंह यादव को जानते हैं और उनके व्यक्तिगत मित्र भी हैं, लेकिन रजानीतिक तौर पर केतन देसाई इसमें शामिल नहीं दिखते. हालांकि रामगोपाल ने इसे स्वीकार किया कि अमर सिंह को पार्टी की एकता से कोई लेना देना नहीं है. लंबे समय से अमर सिंह पार्टी में दो फाड़ कराने के लिए प्रयासरथ थे. जिसके चलते ही परिवार वालों ने काफी समय तक उनकी सुध नहीं ली थी.

दरअसल मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इस साज़िश की हवा लग चुकी थी. इसलिए वह हर कदम बड़ी सावधानी से आगे बढ़ा रहे थे. इस पूरे षडयंत्र के पीछे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के होने की भी बात की गई है. बताया जा रहा है कि इसके पीछे हिन्दी के एक चर्चित न्यूज़ चैनल के मालिक भी शामिल है. आपको बता दें की यह न्यूज़ चैनल देश के प्रतिष्ठित हिन्दी न्यूज़ चैनलों में से एक है. मुलायम सिंह और अखिलेश यादव के बीच इस बात को लेकर काफी देर तक चर्चा भी हुई.

डॉ. केतन देसाई 2001 से कई मामलों में गड़बडिय़ों के आरोपी रहे और 2010 में सीबीआई ने देसाई और तीन अन्य लोगों को कथित रूप से पंजाब के एक कॉलेज को नाजायज़ फायदा दिलाने के लिए 2 करोड़ रु घूस लेते गिरफ्तार किया था. सीबीआई  ने 2010 में देसाई को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया था और उसके बाद काउंसिल भंग कर दी गई थी. 23 अप्रैल 2010 को सीबीआई ने देसाई को पंजाब में पटियाला के ज्ञान सागर मेडिकल कॉलेज से 2 करोड़ रु. रिश्वत लेते हुए पकड़ा था. इस रिश्वत की एवज में देसाई को कॉलेज द्वारा क्षमता से अधिक छात्रों के दाखिले से आंख मूंद लेनी थी. भ्रष्टाचार की खबरों के बीच महीने भर बाद सरकार ने एक अध्यादेश के जरिए काउंसिल को भंग कर दिया था.केतन देसाई को जुगाड़ का बादशाह भी कहा जाता है. 2001 में इनकम टैक्स छापों के बाद अध्यक्ष पद से हटाए गए.