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पंपोर: मुठभेड़ की जगह पर मस्जिदों से आतंकियों का जयकारा

army23श्रीनगर। एक ओर जहां भारतीय सेना के जवान और सुरक्षाबल आतंकियों के साथ मुठभेड़ में जुटे थे, वहीं मुठभेड़ की जगह के आसपास आतंकियों के लिए जयकारा लगाया जा रहा था। एक इमारत में छिपे आतंकियों को पकड़ने के लिए 3 दिन तक चले इस मुठभेड़ में भारतीय जाबांज जिन आतंकवादियों से लड़ रहे थे, उन्हीं आतंकियों के समर्थन और तारीफ में मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकरों से नारे लगाए जा रहे थे।

 इमारत में फंसे लोगों और कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकालते हुए सुरक्षाबल व पुलिस के जवान…

फ्रेस्ताबल, द्रांगबल, कदालबल और सेमपोरा इलाकों में लगे लाउडस्पीकरों सोमवार को लगातार पूरे दिन आतंकवादियों की तारीफ करते हुए रिकॉर्डिंग्स बजाई जा रही थी। मस्जिद पर लगे इन स्पीकरों से ‘जागो, जागो सुबह हुई’ के अलावा पाकिस्तान समर्थित (जीवे, जीवे पाकिस्तान) व आजारी समर्थक (हम क्या चाहतेl: आजादी) नारों की आवाज गूंज रही थी।

यहां स्थित ईडीआई इमारत में छुपे आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ के दौरान सैकड़ों की तादाद में युवक वहीं पास से बह रही नदी के पास जमा हो गए थे। बताया जा रहा है कि सुरक्षा बल के जवानों और इन युवकों के बीच झड़प भी हुई। ये युवक नदी पार कर मुठभेड़ की जगह पर पहुंचकर जवानों को आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाने से रोकने की कोशिश करना चाहते थे। राजधानी श्रीनगर से सेमपोरा की दूरी महज 15 किलोमीटर है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने भीड़ को नदी पार करने से रोके रखा। नदी पार करने की कोशिश कर रहे युवकों पर आंसू गैस के गोले बरसाए गए। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा ऐसा किए जाने से गुस्साए युवकों ने पत्थर फेंककर जवाबी कार्रवाई की।


जम्मू-कश्मीर ईडीआई की इसी इमारत में छुपे थे आतंकवादी…
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, लाउडस्पीकर पर आतंकियों की तारीफ सुनकर खुफिया विभाग बेहद हैरान हो गया। पुलिस इन रेकॉर्डिंग्स को रोकने के लिए मस्जिद के अंदर नहीं घुस सकती थी। आईबी के एक सूत्र ने बताया कि शायद हालिया महीनों में इन जगहों पर पाकिस्तान ने ऐसी रेकॉर्डिंग्स पहुंचाई होंगी।

मुठभेड़ की जगह पर लगातार 3 दिन तक तैनात रहकर आतंकियों से लोहा लेते भारतीय सेना के जवान…
अलगाववादियों की पकड़ वाले द्राल समेत पूरे पुलवामा में सोमवार को सेना के साथ मुठभेड़ में फंसे आतंकियों के समर्थन में पूरी तरह बंद बुलाया गया। इस बारे में अलगाववादियों ने जगह-जगह पोस्टर लगाकर सूचना दी थी।