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नवाज की गई कुर्सी तो सेना होगी मजबूत, घटनाक्रम पर भारत की नजर

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ पनामा गेट मामले में बुरी तरह घिर चुके हैं. नवाज के साथ-साथ उनकी बेटी मरियम शरीफ और परिवार के अन्य सदस्य भी घेरे में हैं. वहीं जांच समिति ने भी नवाज के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने के लिए अदालत में सिफारिश की है. सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनाई गई जेआईटी ने नवाज शरीफ के परिवार पर लगे आरोपों पर अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. अगर नवाज शरीफ की कुर्सी जाती है, तो कमान उनके भाई शहबाज शरीफ को मिल सकती है.

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार, JIT ने पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ, उनके बेटे हसन नवाज, हुसैन नवाज और बेटी मरियम नवाज के खिलाफ राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो अध्यादेश, 1999 के तहत करप्शन का मामला दर्ज करने की सिफारिश की है. साफ तौर पर अब नवाज की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है.

अगर सुप्रीम कोर्ट कमेटी की सिफारिश को मान लेता है तो नवाज शरीफ को अगले हफ्ते तक कुर्सी छोड़नी पड़ सकती है. जिसका असर भारत पर भी पड़ सकता है, क्योंकि अगर नवाज जाते हैं तो सरकार का पूरा नियंत्रण सेना के हाथ में आ जाएगा. जो कि भारत के लिए घातक साबित होगा. अभी भी पाकिस्तानी सेना पीछे से सरकार को चला रही है, लेकिन वह पूरा नियंत्रण करना चाहती है.

पाकिस्तान का इतिहास रहा है कि जब भी उसके देश में कोई भी मुश्किल होती है, तो वह भारत और कश्मीर पर हमले तेज करता है. साफ है कि अगर पाकिस्तान की सत्ता सेना के हाथ में आती है तो वह कश्मीर में घुसपैठ तेज करेंगे.

बता दें कि पनामा पेपर्स मामले में पाकिस्तानी पीएम और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार का आरोप है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच की लिए संयुक्त जांच टीम का गठन किया है और नवाज शरीफ तथा उनके दोनों बेटों को इस टीम के सामने जांच के लिए हाजिर होने का निर्देश दिया है.