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नए साल पर पीएम मोदी का तोहफा, घर बनाने और मरम्मत के लिए कर्ज पर ब्याज में छूट

नई दिल्ली। नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने पर नए साल की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को नए साल का तोहफा दिया। मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहर में गरीबों को नए घर देने के लिए दो योजनाओं ऐलान किया। मोदी ने कहा कि घर बनाने के लिए 9 लाख रुपए तक के कर्ज पर ब्याज में 4 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। वहीं 12 लाख रुपए तक के कर्ज पर ब्याज में 3 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। मोदी ने कहा कि जो लोग अपने घर की मरम्मत के लिए दो लाख रुपये का लोन लेते हैं, उस लोन पर ब्याज में तीन फीसदी की छूट मिलेगी।

पीएम मोदी ने गर्भवती महिलाओं के लिए योजना का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को टीका, डिलिवरी और इलाज के लिए छह हजार रुपए दिए जाएंगे। यह छह हजार रुपए सीधे महिला के अकाउंट में जमा होंगे। माता मृत्यू दर को कम करने में इस योजना से बड़ी सहायता मिलेगी। देश के 650 से ज्यादा जिलों में सरकार गर्भवती महिलाओं को पंजीकरण, डिलिवरी, टीकाकरण के लिए 6000 रुपये की मदद करेगी।

इससे पहले मोदी ने कहा कि कभी लगता था कि सामाजिक जीवन की बुराईयां, विकृतियां जाने-अनजाने में हमारे जीवन का हिस्सा बन गई हैं। लेकिन 8 नवंबर के बाद देश के  लोगों ने कठिनाईयां उठाकर यह सिद्ध कर दिया  कि आज भी लोगों में देश की बुराईयों के खिलाफ लड़ने की इच्छा शक्ति है।

नोटबंदी का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि नोटबंदी के बाद मुझे लोगों की हजारों चिट्ठियां मिली। जिनमें लोगों ने मुझसे अपने कष्ट के बारे में बताया। देश की जनता ने बीते दिनों अपना ही पैसा निकालने के लिए घंटों लाइन में खड़ी हुई और परेशानी उठाई। लेकिन, इस आंदोलन में सरकार और जनता दोनों कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ रहे हैं। भ्रष्टाचार और जाली नोटों के खिलाफ लड़ाई में देश की जनता साथ है। मुसीबत की इस घड़ी में देशवासियों ने धैर्य से काम किया और कालेधन व भ्रष्टाचार को घुटने टेकने पर मजबूर किया।

मोदी ने कहा कि अर्थव्यवस्था में कैश लैस का प्रभाव तकलीफ देह है। लेकिन कैश या नकद अगर मुख्यधारा से बाहर है तो दिक्कत होती है। अगर वही कैश या नकदी मुख्यधारा में है तो विकास का कारण बनती है। मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने के फैसले पर कहा कि देश में बड़े नोटों से कालाधन और भ्रष्टाचार बढ़ रहा था।

मोदी ने कहा कि बढ़े नोट गरीबों का हक छीन रहे थे। सरकार के पास दर्ज आकंड़ों के मुताबिक सिर्फ 24 लाख लोग ये स्वीकारते हैं कि उनकी सालाना आय 10 लाख रुपये से ज्यादा है। लेकिन नोटबंदी ने कालेधन, आतंकवाद, माफिया, तस्करों को गहरी चोट पहुंचाई है। हम जागरुक रहे तो हम अपने बच्चों को हिंसा-आतंकवाद के रास्ते पर जाने से बचा पाएंगे। नोटबंदी से पहले जो धन अर्थव्यवस्था से बाहर था, वो बैंकों के माध्यम से मुख्यधारा में आ चुका है। इससे देश का विकास होगा। बेईमानों के लिए आगे के रास्ते बंद हो चुके हैं। टेक्नोलॉजी ने इसमें बड़ी मदद की है।

बता दें कि आज से ठीक 50 दिन पहले नोटबंदी से परेशान जनता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोहलत मांगी थी। इस दौरान जनता को कई खट्टे-मीठे अनुभव हुए। इस दौरान परेशानियों का अंबार भी दिखा, लेकिन एक उम्मीद बनी रही। अब नए साल से ठीक पहले और अपनी मियाद खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री ने देश को संबोधित किया।