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देश की सबसे ताकतवर एटमी मिसाइल अग्नि 5 का हुआ टेस्ट, 6000km है रेंज; जद में PAK-चीन समेत आधी दुनिया

agni-5-testनई दिल्ली। भारत की सबसे लंबी रेंज वाली अग्नि-5 मिसाइल का सोमवार को ओडिशा के अब्दुल कलाम आईलैंड से टेस्ट किया गया। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) ने इस बात की जानकारी दी। 6000 किमी रेंज वाली ये मिसाइल एटमी हथियार ले जाने में सक्षम है। अग्नि-5 की जद में पाकिस्तान, चीन और यूरोप समेत आधी दुनिया है।
इंटरकॉन्टीनेंटल मिसाइल है अग्नि…
– ये सतह से सतह पर मार करने वाली मीडियम से इंटरकॉन्टिनेंटल रेंज की मिसाइल है।
– साइंटिस्ट्स की मानें तो अग्नि-5 का नेविगेशन और गाइडेंस सिस्टम उसे खास बनाता है।
– मिसाइल में आरएलजी (रिंग लेजर गायरोस्पेस) टेक्नीक का इस्तेमाल किया गया है। इससे सटीक निशाना लगाने में मदद मिलती है।
– अग्नि में 85% स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।
– मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (MIRV) टेक्नीक के इस्तेमाल से एकसाथ कई टारगेट पर वार कर सकेगी।
क्यों खास है अग्नि?
– 5 हजार किमी तक मार कर सकने में कैपेबल है। 1000 किलो तक वॉरहेड ले जा सकती है।
अमेरिका को छोड़कर पूरा एशिया, अफ्रीका और यूरोप भारत के दायरे में होगा।
– 17 मीटर लंबी अग्नि-5 का वजन 50 टन है। लॉन्चिंग सिस्टम में कैनस्टर टेक्नीक का इस्तेमाल किया गया है। इसकी वजह से मिसाइल को आसानी से कहीं भी ट्रांसपोर्ट किया जा सकता है।
– सतह से सतह पर मार करने वाली इस मिसाइल को आसानी से डिटेक्ट नहीं किया जा सकता।
– मिसाइल की तीन स्टेज हैं। ये सॉलिड फ्यूल से चलती है। कई न्यूक्लियर वॉरहेड एक साथ छोड़े जा सकेंगे। एक बार छोड़ने पर इसे रोका नहीं जा सकेगा।
3 स्टेज में ऐसे करेगी काम
1- रॉकेट इंजन इसे 40 किमी की ऊंचाई तक ले जाएगा।
2- यह 150 किमी तक जाएगी।
3- इस स्टेज में मिसाइल 300 किमी तक जाएगी।
इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल बनाने वाला भारत पांचवां देश
– भारत इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) बनाने वाला पांचवा देश है।
– अमेरिका, रूस, फ्रांस और चीन के पास पहले से ये मिसाइल है।
अग्नि मिसाइल की रेंज
– अग्नि 1:700 किमी।
– अग्नि 2: 2000 किमी।
– अग्नि 3 और 4: 3500 किमी।
– अग्नि 5: 6000 किमी।
MTCR में एंट्री के बाद अग्नि-5 का पहला टेस्ट
– भारत को इसी साल 35 देशों वाले मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम (एमटीसीआर) ग्रुप में एंट्री मिली थी।
– ग्रुप में एंट्री मिलने के बाद अग्नि-5 का ये पहला टेस्ट है।