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दिल्ली में BJP फैला रही कूड़ा, केजरी ने लगाया MCD में घोटाले का आरोप

kejriwal2नई दिल्ली। एमसीडी की हड़ताल आठवें दिन भी जारी है। इस बीच बुधवार को बेंगलुरु में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एमसीडी में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। करोड़ों इधर-उधर किए गए हैं। इसकी सीबीआई जांच हो। आप दिल्ली को साफ करने कोशिश कर रही है, तो बीजेपी कूड़ा फैला रही है।
एमसीडी वर्कर्स ने किया विरोध, जाम से दिल्ली परेशान…
– बुधवार को एमसीडी वर्कर्स ने एनएच-24 पर प्रोटेस्ट किया, जिसके चलते लंबा जाम लग गया।
– एमसीडी वर्कर्स ने निर्माण विहार और पटपड़गंज में भी प्रोटेस्ट किया। बता दें कि एनएच-24 दिल्ली और गाजियाबाद को जोड़ता है, जिसके चलते यहां से बड़ी संख्या में गाड़ियां गुजरती हैं।
केजरीवाल ने क्या कहा?
– ”मैं यहां इलाज कराने आया। पीछे दिल्ली एमसीडी को ताला लग गया। कर्मचारियों को कई महीनों से सैलरी नहीं मिली है।
– ”यह माहौल बनाने की कोशिश की जा रही थी, जैसे दिल्ली सरकार ने पैसा नहीं दिया। दिल्ली में एमसीडी के स्कूल, अस्पताल बंद हैं। हर तरफ कूड़ा फैल गया है।”
– ”पीडब्ल्यूडी के लोगों ने सड़कों पर कूड़ा उठाया। उन्हें मैं बधाई देता हूं। पिछले दस दिन के अंदर स्ट्राइक पर गए कर्मचारियों की पीड़ा समझी जा सकती है। इधर, बीजेपी वाले इसका फायदा उठाकर कूड़ा फैला रहे हैं।”
सैलरी के लिए लोन का एलान
– ”31 जनवरी तक की सैलरी का इंतजाम हम कर रहे हैं। टोटल 690 करोड़ की जरूरत है, 31 जनवरी तक का हिसाब क्लियर करने के लिए एमसीडी के एक बिल का भुगतान कर रहे हैं।”
– ”550 करोड़ का लोन एमसीडी को दे रहे हैं।”
बकाए को लेकर क्या कहा?
– ”दिल्ली सरकार को आज तक का एक भी पैसा एमसीडी को देना नहीं बनता। नॉर्थ एमसीडी 2012-13 दिल्ली सरकार से 526 करोड़। 2013-14 में 559 करोड़। हम लोगों ने इनको 893 करोड़ दिए हैं।”
– ”हमने डबल पैसा दिया, अगर पिछले चार सालों से सैलरी दी जा रही थी, तो यह पैसा गया कहां? क्या पैसा चोरी किया गया?”
– ”ईस्ट दिल्ली में इस साल 466 करोड़ दिए हैं। पिछले सालों के मुकाबले 100 करोड़ दिए। अगर पिछले साल कम इनकम में सैलरी दे पा रहे थे, तो फिर अब सैलरी क्यों नहीं दी जा रही?”
– ”पिछले साल जबकि प्रेसिडेंट रूल था, नॉर्थ एमसीडी से 300 करोड़ की लोन की रिकवरी हुई थी।”
क्या है पूरा मामला, क्या हैं उनकी मांगें?
– सैलरी न मिलने और अपनी मांगें न माने जाने से नाराज निगम के करीब 1 लाख से ज्यादा इम्प्लॉई हड़ताल पर हैं।
– सफाई कर्मचारियों के साथ-साथ दूसरे विभागों के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हैं।
– सैलरी पेमेंट महीने की पहली तारीख को रेग्युलर किया जाए।
– बकाया एरियर का भुगतान भी जल्द किया जाए।
– तीनों नगर निगमों को एक किया जाए।