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दिग्विजय सिंह की ‘राजपूत भाई’ वाली अपील काम नहीं आई, शंकरसिंह वाघेला ने अहमद पटेल को नहीं दिया वोट

नई दिल्ली। मंगलवार को गुजरात में राज्यसभा चुनावों के लिए वोट डालने के बाद बगावती नेता शंकरसिंह वाघेला ने साफ कर दिया कि उन्होंने अहमद पटेल को वोट नहीं दिया है। कांग्रेस और अहमद पटेल को इस बात का कष्ट तो हुआ ही होगा लेकिन सबसे बड़ा दुख शायद दिग्विजय सिंह को हुआ होगा। दिग्विजय सिंह ने मंगलवार सुबह वोटिंग से पहले ही ट्वीट कर वाघेला से पार्टी और भाईचारे की लाइन से आगे जाकर जाति (राजपूत) की लाइन पर भी अपील की थी। अब जब वाघेला ने उनकी अपील नहीं सुनी तो दुख होना स्वाभाविक ही है।

दिग्विजय सिंह ने मंगलवार सुबह एक के बाद एक तीन ट्वीट किए। अपने ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने शंकरसिंह वाघेला से अहमद पटेल के लिए ही वोट करने की अपील की थी। पहले ट्वीट में दिग्विजय ने लिखा कि वह वाघेला से एक व्यक्ति और भाई के तौर पर अपील करते हैं। इसमें दिग्विजय सिंह खजुराहो का कोई वाकया भी वाघेला को याद दिलाने की कोशिश करते दिख रहे हैं।

 वाघेला को याद दिलाई उनकी राजपूत जाति
दिग्गी राजा जाति से राजपूत हैं। अहमद पटेल के लिए वोट की अपील करते समय दिग्विजय सिंह ने वाघेला को उनकी जाति (राजपूत) की भी याद दिलाई। दूसरे ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने लिखा कि ‘मत भूलिए कि कांग्रेस ने आपके लिए क्या किया है। आप एक राजपूत हैं। कृपया अहमद भाई की जीत सुनिश्चित करिए। वह हमारे दोस्त और सपॉर्टर रहे हैं।’

ओल्ड चेला यानी मोदी की भी याद दिलाई
दिग्विजय सिंह ने अंतिम क्षणों में शंकरसिंह वाघेला को मनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। अंतिम ट्वीट में उन्होंने वाघेला को उनके ओल्ड चेले (पीएम मोदी) की भी याद दिला दी। दिग्विजय ने लिखा कि कांग्रेस के साथ आपके (वाघेला) जो भी मुद्दे हैं उन्हें पार्टी के भीतर सुलझा लेंगे। धोखा मत दीजिए और न ही अपने पुराने चेले को सपॉर्ट कीजिए जो पूरे देश को अपने हिसाब से हांके जा रहा है, पर वाघेला ने दिग्विजय की अपील नहीं सुनी। मंगलवार को वाघेला ने कहा कि उन्होंने पटेल को वोट नहीं दिया है, हालांकि उन्होंने यह भी नहीं बताया कि वोट किसको किया है।