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दक्षिण चीन सागर में तनाव के बीच अमेरिकी नौसेना की गश्त शुरू

वॉशिंगटन। दक्षिण चीन सागर पर नियंत्रण को लेकर चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी नौसेना के एक एयरक्राफ्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप ने वहां गश्त शुरू कर दी है। बुधवार को चीन ने अमेरिका को दक्षिण चीन सागर में उसकी संप्रभुता को चुनौती देने को लेकर चेतावनी दी थी और शनिवार को ही अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर में अपने गश्ती दल को उतार दिया। अमेरिकी नौसेना ने अपने बयान में कहा कि एयरक्राफ्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप ने शनिवार को नियमित गश्त शुरू कर दी है।

अमेरिकी नौसेने के गश्ती दल में निमित्ज-श्रेणी का एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस कार्ल विंसन (CVN 70), विध्वंसक स्क्वाड्रन (डेसरॉन)1 का आरले बुरके श्रेणी का निर्देशित मिसाइल विध्वसंक यूएसएस वायने ई. मेयर (DDG 108) और कैरियर एयर विंग (CVW)2 के विमान शामिल हैं। बयान के मुताबिक, ‘दक्षिण चीन सागर में अभियान शुरू करने से पहले स्ट्राइक ग्रुप के पोतों और विमानों ने अपनी तैयारी जारी रखने, उसमें सुधार के लिए हवाई और गुआम द्वीपों के पास अभ्यास किया।’

गौरतलब है कि इससे पहले चीन ने दक्षिण चीन सागर में नौसैनिक अभ्यास किया था जो शुक्रवार को खत्म हुआ। चीन ने विवादित क्षेत्र में नौसैनिक अभ्यास के दौरान अपने एयरक्राफ्ट कैरियर उतारकर पड़ोसी देशों को चिंता में डाल दिया था। वह प्राकृतिक संसाधनों के मामले में समृद्ध दक्षिण चीन सागर के करीब-करीब सभी क्षेत्रों पर अपना दावा करता है। दक्षिण चीन सागर का रणनीतिक तौर पर महत्व तो है ही, व्यापार के लिहाज से भी यह काफी अहम है। हर साल इससे होकर करीब 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर यानी करीब 3,15,85,000 करोड़ रुपये का कारोबार होता है।

चीन के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को क्षेत्र में बीजिंग की संप्रभुता को चुनौती देने के खिलाफ अमेरिका को चेतावनी दी थी, जिसके बाद अमेरिका ने यह अभियान शुरू किया है। वॉयस ऑफ अमेरिका ने कहा है कि समूह जहां गश्त कर रहा है, वह विवादित इलाका है। पूर्वी एशिया के कई देशों के दावों के बावजूद चीन उस क्षेत्र को अपना बताता है। दक्षिण चीन सागर के इस क्षेत्र पर दावा करने वालों में कंबोडिया, ब्रुनेई इंडोनेशिया, मलयेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं। ताइवान ने भी उस हिस्से पर अपना दावा किया है।