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तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के बीच मची सिंधु की सफलता का श्रेय लेने की होड़

telanganaहैदराबाद। रियो ओलिंपिक में पीवी सिंधु के सिल्वर मेडल जीतने के बाद से भारतीय राज्यों के बीच उनकी सफलता का श्रेय लेने की होड़ मच गई। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश, दोनों ही सिंधु पर अपना हक जता रहे हैं और अपना दावा सही साबित करने के लिए सिंधु पर अब तक करोड़ों रुपए बरसा चुके हैं। सिंधु की मां और उनके कोच पुलेला गोपीचंद ने सिंधु को ‘भारत की बेटी’ बताकर इस खींचतान को खत्म करने का प्रयास किया, लेकिन यह होड़ इतनी आसानी से खत्म होती नहीं दिख रही।

बैडमिंटन सिंगल्स में सिंधु के सिल्वर जीतने के बाद आंध्र प्रदेश सरकार ने उन्हें तीन करोड़ रुपए नकद इनाम देने की घोषणा की थी। इसके ठीक बाद तेलंगाना सरकार ने सिंधु को पांच करोड़ और उनके कोच गोपीचंद को एक करोड़ रुपए नकद इनाम की घोषणा की। पैसों के अलावा जहां तेलंगाना सरकार ने एक हजार स्क्वायर फिट जमीन और सरकारी नौकरी का वादा किया, वहीं आंध्र सरकार भी सरकारी जमीन और अधिकारी स्तर की नौकरी का वादा कर चुकी है।

सोमवार को हैदराबाद के गचीबाउली स्टेडियम में सिंधु के सम्मान-समारोह के दौरान तेलंगाना के उप-मुख्यमंत्री ने उन्हें और सुविधाएं देने का वादा भी किया। दोनों सरकारों के बीच मची इस प्रतिस्पर्धा की वजह से सिंधु पर अब तक कुल 13.11 करोड़ रुपए की बारिश हो चुकी है। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की सरकारें सिंधु को सम्मानित करने के लिए अलग-अलग कार्यक्रमों की रूपरेखा भी बना रही हैं।

हैदराबाद के सम्मान-समारोह में जब एक पत्रकार ने सिंधु से ही इस बारे में सवाल पूछ लिया तो गोपीचंद ने बीच में कहा कि सिंधु भारत की बेटी हैं और उन्हें इस तरह के क्षेत्रीय विवाद में नहीं घसीटा जाना चाहिए। गोपीचंद ने कहा, ‘मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि वह भारत की बेटी हैं। वह भारतीय हैं। यह अच्छी बात है कि कई सरकारें उनकी तारीफ और समर्थन कर रही हैं, लेकिन आंध्र या तेलंगाना से पहले सिंधु भारत की बेटी हैं। हमें खुशी है कि सभी राज्य हमारे जश्न का हिस्सा बनना चाहते हैं।’

हैदराबाद के इसी कार्यक्रम में तेलंगाना के उप-मुख्यमंत्री महमूद अली ने सिंधु को ‘तेलंगाना का गौरव’, जबकि गृहमंत्री एन. नरसिम्हा रेड्डी ने उन्हें ‘तेलंगाना की बेटी’ बताया। अली ने कहा कि सिंधु की वजह से तेलंगाना का नाम पूरी दुनिया में फेमस हो गया। सिंधु की मां से जब इस मसले पर बात की गई तो उन्होंने भी गोपीचंद वाली बात दोहराई। रोचक बात यह है कि सिंधु और गोपीचंद जब राजीव गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर उतरे, तो उस समय आंध्र और तेलंगाना, दोनों ही प्रदेशों के मंत्री उनके स्वागत के लिए मौजूद थे।