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तेजस्वी यादव बेनामी संपत्ति खोजने निकले हैं, जेडीयू का बड़ा हमला

पटना। तेजस्वी यादव बहुत कोशिश कर रहे हैं कि वो अपने भ्रष्टाचारी पिता के लिए बिहार की जनता में सहानुभूति पैदा कर सकें, घोटाला उनके पिता लालू यादव ने किया, दोषी वो करार हुए, चारा उन्होंने खाया, सजा वो काट रहे हैं और इसके पीछे साजिश किसी और की, इस तरह की बातों से तेजस्वी जनता को भरमाने की कोशिश के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं। फिलहाल लालू यादव जेल में हैं, उनके बाहर आने की उम्मीद लगातार धुंधली होती जा रही है, इस लिए पार्टी की कमान संभालने के लिए तेजस्वी न्याय यात्रा पर निकलने वाले हैं. अब खुद का कद बड़ा करना है तो जनता के बीच तो जाना ही पड़ेगा। बड़े नेता के तौर पर स्थापित होने के लिए तेजस्वी ये सारे जतन कर रहे हैं।

तेजस्वी यादव की इस कोशिश पर पलीता लगाने का काम कर रही है जेडीयू, जिसके साथ मिलकर कभी तेजस्वी डिप्टी सीएम बने थे। जेडीयू ने कहा है कि न्याय यात्रा के जरिए तेजस्वी अपने पिता की बेनामी संपत्ति खोजने निकले हैं। तेजस्वी ने कहा था कि वो इस यात्रा के जरिए अपने पिता के खिलाफ हो रहे अन्याय के बारे में जनता को बताएंगे, इसी पर जेडीयू ने करारा पलटवार किया है। जेडीयू का कहना है कि तेजस्वी जनता को अपने पिता के कारनामों के बारे में भी जानकारी दें, किस तरह से उन्होंने घोटाला किया था, घोटाले के पैसे कहां हैं, ये भी बताएं कि जब लालू बिहार के सीएम थे तो उसे जंगलराज क्यों कहा जाता था। जेडीयू ने कहा कि जनता लालू परिवार के कारनामों के बारे में जान चुकी है।

तेजस्वी यादव की न्याय यात्रा के बदले में नीतीश कुमार समीक्षा यात्रा निकाल रहे हैं। नीतीश पूरे राज्य का दौरा करके विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे, इस दौरान वो बिहार की जनता तक सरकारी योजनाओं की बात पहुंचाएंगे, सरकार विकास के मोर्चे पर क्या काम कर रही है ये जानकारी देंगे, इसी यात्रा का तोड़ तेजस्वी ने न्याय यात्रा के नाम पर निकाला है। नीतीश पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा था कि बीजेपी और जेडीयू की ये सरकार विकास नाम पर जनता को ठग रही है, ये सरकार पूरी तरह से फेल है। जनता से वादे तो लंबे चौड़े किए गए थे, लेकिन हो कुछ नहीं रहा है। तेजस्वी ने कह कि वो नीतीश सरकार की पोल खोल के रख देंगे।

तेजस्वी ने भले ही नीतीश सरकार की पोल खोलने का दावा किया है, लेकिन वो ये नहीं बता पा रहे हैं कि उनके पिता के साथ क्या अन्याय हुआ है, घोटाला तो उन्होंने किया था, ये बात एक नहीं कई बार साबित हो चुकी है, जब कोई भ्रष्टाचार करेगा, घोटाला करेगा, तो उसे सजा तो मिलेगी, वही सजा लालू यादव काट रहे हैं तो इस में अन्याय कैसा। शायद तेजस्वी को लग रहा है कि बिहार की जनता अभी भी उनकी बातों में आ जाएगी। जेडीयू ने कहा कि तेजस्वी न्याय यात्रा का नाम क्षमा यात्रा रखें और बिहार की जनता से अपने पिता के कारनामों के लिए माफी मांगे। वो लोगों से वादा करें कि अपने पिता के रास्ते पर नहीं चलेंगे। कुल मिलाकर बिहार की राजनीति लगातार रोमांचक होती जा रही है। लालू के जेल में होने से बीजेपी और जेडीयू के सामने मैदान खाली है, वो इसका पूरी तरह से फायदा उठाने के मूड में हैं।