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तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजे गए उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य

police umarनई दिल्ली। जेएनयू में देशद्रोही नारे लगाने के आरोपी छात्र उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य को ट्रायल कोर्ट ने तीन दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है। दिल्ली पुलिस ने देशद्रोह के आरोपी दोनों छात्रों को 7 दिनों की हिरासत में सौंपे जाने की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने उन्हें तीन दिन की हिरासत में भेजने का आदेश दिया। उमर खालिद और अनिर्बान पर जेएनयू कैंपस में देश को बर्बाद करने और आतंकी अफजल गुरु के समर्थन में नारे लगाए जाने का आरोप है।
इस बीच जेएनयू कैंपस में उमर खालिद और अनिर्बान के सरेंडर करने के बाद असहज माहौल बना हुआ है। यूनिवर्सिटी परिसर में इस बात को लेकर संदेह का माहौल बना रहा कि बाकी बचे तीन आरोपी छात्रों जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के महासचिव रामा नागा. आशुतोष कुमार और अनंत प्रकाश को भी सरेंडर करना चाहिए या नहीं। उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य समेत तीनों छात्र 12 फरवरी को कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी होने के बाद जेएनयू परिसर से अचानक लापता हो गए थे।

उमर खालिद और अनिर्बान ने मंगलवार की शाम को दिल्ली पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था, जबकि तीन छात्रों ने सरेंडर न करने का फैसला लिया। आशुतोष ने कहा, ‘हम सरेंडर नहीं करेंगे। हम पहले भी कई बार कह चुके हैं कि हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। पुलिस जब भी हमसे संपर्क करेगी, हम किसी भी तरह के सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हैं।’ यही नहीं कन्हैया की रिहाई के लिए यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्र भी बुधवार को नहीं दिखाई दिए।

वहीं, जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के पदाधिकारियों ने आगे की रणनीति के लिए मुलाकात की। इनमें से एक ग्रुप हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या के मामले में इंडिया गेट पर आयोजित होने वाले कैंडल मार्च भी शामिल होने पहुंचा। जेएनयू स्टूडेंट यूनियन की वाइस प्रजिडेंट शहला राशिद ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि कन्हैया को जल्दी ही जमानत मिल जाएगी।’