Breaking News

टुकड़े-टुकड़े गैंग से कुत्ते अच्छे, देशद्रोह में तुंरत हो सजा: बलिदानी जवान की पत्नी ने JNU स्कॉलर को लताड़ा

बलिदानी स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना की पत्नी निर्मल खन्ना ने जेएनयू स्कॉलर साजिब बिन सईद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मॉंग की है। साजिब ने भारतीय सेना को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए निर्मल खन्ना ने कहा कि कुत्ते भी ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ से अच्छे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को देशद्रोह क़ानून के अंतर्गत तुरंत सज़ा दी जानी चाहिए।

बता दें कि जेएनयू स्कॉलर साजिब बिन सईद ने भारतीय सेना को जम्मू-कश्मीर में नरसंहार के लिए जिम्मेदार बताया था। ‘टाइम्स नाउ’ के वरिष्ठ संपादक प्रदीप दत्ता ने इसी सन्दर्भ में निर्मल खन्ना से बातचीत की। बता दें कि निहत्थे रवि खन्ना और उनके साथियों को यासीन मालिक और उसके गैंग ने तब मार डाला था जब वे लोग श्रीनगर में बस का इन्तजार कर रहे थे।

निर्मल खन्ना ने कहा कि वो एक जेएनयू स्कॉलर की तरफ से इस प्रकार के अर्थहीन बयान से बेचैनी महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि साजिब बिन सईद को अपने बयान में भारतीय सेना को बदनाम करने के लिए खुद पर शर्म आनी चाहिए। निर्मल खन्ना ने कहा कि ऐसे अच्छी तरह पढ़े-लिखे लोगों द्वारा देश व जनता की सुरक्षा करने वाले सेना के प्रति इस तरह के विचार रखना काफी दर्द देने वाला है।

उन्होंने कहा कि हमारे देश के सुरक्षा बलों के खिलाफ इस तरह का तुच्छ प्रोपेगेंडा चलते देखना उनके लिए बेहद निराशाजनक है। उन्होंने याद दिलाया कि किस तरह देश की सेवा करते हुए उनके पति ने अपने जान न्योछावर कर दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ये छद्म-बुद्धिजीवी जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की कुटिल हरकतों से ध्यान बँटाने के लिए और उनका बचाव करने के लिए सेना पर ऐसे आरोप मढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा:

“राष्ट्र के खिलाफ बोलने के लिए ऐसे लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए। ऐसे लोग, जो खुलेआम देश के प्रति गद्दारी को प्रदर्शित करते हैं और भारतीय सुरक्षा बलों को बदनाम करते हैं, उनके खिलाफ सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। देश के खिलाफ साँठगाँठ करने वालों इन लोगों को ऐसी सज़ा दी जानी चाहिए कि ये भविष्य के लिए भी सबक हो। ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए। वो रहते तो हैं इस देश में लेकिन नाम पाकिस्तान का जपते रहते हैं।”

निर्मल खन्ना ने सवाल उठाया कि आखिर साजिब बिन सईद जैसे लोग उसी सेना को बदनाम करने का प्रयास करते हुए पाकिस्तान का गुण गाते हैं, जो सेना उन्हें इसी पाकिस्तान द्वारा थोपे गए आतंकवाद से बचा रही है। उन्होंने कहा कि अगर बलिदानी आत्माओं की शांति चाहिए तो ऐसे लोगों और उनके संगठनों को भारतीय सेना और देश के लिए वीरगति को प्राप्त होने वाले जवानों के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाना बंद करना चाहिए।

ज्ञात हो कि अपने ट्वीट के माध्यम से नफरत फैलाने वाले जेएनयू के स्कॉलर साजिद बिन सईद पर दिल्ली पुलिस ने शिकंजा कसा है। सईद ने भारतीय सेना और आरएसएस पर ‘कश्मीरियों के विनाशकारी नरसंहार’ का आरोप लगाया था। दिल्ली पुलिस ने सईद के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है। जल्द ही दिल्ली पुलिस सईद से पूछताछ शुरू कर सकती है। सईद के खिलाफ आईपीसी की धारा 504, और 153 के तहत FIR दर्ज किया गया है।

कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष साजिद बिन सईद ने ट्विटर पर पोस्ट कर कहा था, “भारतीय सेना कश्मीरियों के नरसंहार को अंजाम देती है, जो आरएसएस द्वारा तैयार किया जाता है। भाजपा सरकार को संयुक्त राष्ट्र द्वारा गारंटीकृत स्व-निर्णय के लिए कश्मीरियों के अधिकार को स्वीकार करना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा इस मुद्दे में हस्तक्षेप करने का सही समय आ गया है।”